अयोध्या : रामपथ चौड़ीकरण की प्रक्रिया हुई तेज, ढ़हाये जा रहे भवन
- रामपथ चौड़ीकरण में 15561 रूपए प्रति वर्ग मीटर दिया जा रहा मुआवजा
- दुकानदारों को दी जा रही 1 से 10 लाख तक की पुर्नवास सहायता
अयोध्या। रामपथ के लिए सहादतगंज से नयाघाट तक सड़क चौड़ीकरण की प्रक्रिया तेज हो गयी है। 13 किलोमीटर लंबे मार्ग के चौड़ीकरण को लेकर नयाघाट बाजार के बाद शुक्रवार को बुलडोजर बाबू बाजार पहुंच गया, बीती रात इस बाजार में 10 दुकानें गिराई गई हैं। प्रशासन की रफ्तार देख लोग अब दूकानें व मकान खुद तोड़ और खाली कर रहे हैं।
वहीं चौड़ीकरण से प्रभावित हो रहे दुकानदार और भवन स्वामी अपनी सम्पत्ति राज्यपाल के नाम बैनामा कर रहे हैं। प्रभावितों को मुआवजे के तौर पर 15561 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से कुर्सी रेट यानी कांस्ट्रक्शन लागत का भुगतान किया जा रहा है। यह बैनामा स्टाम्प शुल्क फ्री है। अब तक करीब 150 बैनामे हो चुके हैं। सआदतगंज से नयाघाट तक 4 चरणों में रामपथ चौड़ीकरण का प्रोजेक्ट है। सआदतगंज बाईपास से 0.35 कि.मी. सिविल लाइंस तक सड़क पूरी तरह से साफ है।
यहां किसी भी व्यक्ति को कोई मुआवजा नहीं दिया जाना है। चौड़ीकरण की जद में लगभग 2600 दुकान व भवन आ रहे हैं। चौड़ीकरण का मुख्य कार्य रिकाबगंज से नियावां, नियावां से टेढ़ीबाजार और टेढ़ी बाजार से नयाघाट तक किया जाना है। रिकाबगंज से नयाघाट तक अनुमानित 1000 बैनामे होने हैं। अब तक 150 बैनामे हो चुके हैं। भवन स्वामियों से बैनामा लेने की प्रक्रिया में जिला प्रशासन के साथ पीडब्ल्यूडी के जेई, रजिस्ट्री विभाग के कर्मचारी और 5 एसडीएम लगाये गये हैं।
एडीएम प्रशासन अमित सिंह ने बताया कि मुआवजे की धनराशि कुर्सी रेट के आधार पर दिया जा रहा है। प्रति वर्ग मीटर 15561 रुपये कांस्ट्रक्शन लागत की दर से मुआवजा दिया जा रहा है। करीब 2000 दुकानदारों को पुनर्वास के लिए सहायता राशि दी जानी है। दुकानों के लिए यह सहायता राशि न्यूनतम 1 लाख और अधिकतम 10 लाख रुपये निर्धारित है। अब तक 600 दुकानदारों ने बैनामा करने की सहमति दे दी है। 400 की सहमति प्रक्रिया में है। मुआवजा देने की प्रक्रिया भी बनी है। यह मुआवजा भवन की चौड़ाई, गहराई व भवन की आयु के आधार पर दिया जा रहा है।