किशोर न्याय बोर्ड समिति से रूबरू हुए DM अरुण कुमार
लोकेश त्रिपाठी अमेठी – आज मा. हाईकोर्ट की किशोर न्याय बोर्ड समिति द्वारा जूम एप के माध्यम से जिला बाल संरक्षण इकाई से संबंधित कार्यों के संबंध में बैठक आयोजित की गई। ऑनलाइन बैठक के दौरान जनपद अमेठी की जिला बाल संरक्षण इकाई से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर जिलाधिकारी अरुण कुमार ने प्रस्तुतीकरण किया। उन्होंने बताया कि जनपद अमेठी में बाल संरक्षण समिति की बैठकें नियमित आयोजित कर बाल श्रम, बाल ट्रैफिकिंग से संबंधित किशोर/किशोरियों को चिन्हित कर आवश्यक कार्यवाही की जाती है, जनपद अमेठी में 13 विकास खंडों में ब्लॉक बाल संरक्षण समिति की 32 बैठकें, ग्राम बाल संरक्षण समिति की कुल 114 बैठकें आयोजित की जा चुकी हैं। जनपद में किशोर न्याय बोर्ड की स्थापना नहीं है, जनपद की तीन तहसील गौरीगंज, अमेठी एवं मुसाफिरखाना के प्रकरणों का निस्तारण किशोर न्याय बोर्ड सुल्तानपुर एवं तहसील तिलोई के प्रकरणों का निस्तारण किशोर न्याय बोर्ड जनपद रायबरेली द्वारा किया जाता है। जनपद में बाल संरक्षण समिति गठित है जिसमें एक अध्यक्ष एवं 3 सदस्य हैं इनके द्वारा दिनांक 01.01.2019 से दिनांक 30.11.2020 तक 48 किशोर/किशोरियों को विभिन्न संस्थाओं एवं परिवारजनों को सौंपा गया है तथा दिनांक 01.01.2019 से दिनांक 30.11.2020 तक 8 शिशुओं को दत्तक ग्रहण हेतु स्वतंत्र घोषित किया गया है। जिला बाल संरक्षण समिति द्वारा जनपद अमेठी में शिशु स्वागत केंद्र की स्थापना कराई गई एवं विद्यालयों में संचालित स्कूल वाहनों की फिटनेस एवं वाहनों पर चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 एवं महिला हेल्पलाइन 112, 1090 नंबर अंकित कराए गए हैं। जिला बाल संरक्षण इकाई में कुल 11 पद सृजित हैं जिसमें से 9 पद भरे हैं एवं दो पद किशोर न्याय बोर्ड न होने के कारण रिक्त है। जनपद अमेठी में बाल गृह/बालिका गृह, संप्रेक्षण गृह, नारी संरक्षण गृह, दत्तक गृह इकाई, राजकीय एवं स्वैच्छिक संचालित नहीं है। जनपद अमेठी में कुल 6 किशोर/किशोरियों को स्पॉन्सरशिप योजना के अंतर्गत माह दिसंबर 2019 से माह जुलाई 2020 तक कुल 6 माह का प्रतिमा 2000 की दर से भुगतान किया गया है। जनपद में प्रवर्तकता योजना के अंतर्गत 6 किशोर/किशोरियों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई गई है तथा बाल विवाह व बाल श्रम के रोकथाम हेतु अभियान चलाया जा रहा है एवं जनपद में बालक एवं बालिकाओं को जागरूक करने हेतु जिला, ब्लाक, ग्राम स्तर की नियमित बैठकें आयोजित की गई हैं जिसमें जिला वाद संरक्षण समिति की 04 बैठकें, ब्लॉक बाल संरक्षण समिति की 32 बैठकें, ग्राम पंचायत संरक्षण समिति की 114 बैठकें आयोजित की जा चुकी हैं। इसके साथ ही वीडियो कान्फ्रेंसिंग में जिलाधिकारी ने बाल संरक्षण समिति से संबंधित अन्य बिंदुओं का विस्तृत रूप से प्रस्तुतीकरण किया। इस दौरान जिला मुख्य विकास अधिकारी डॉ अंकुर लाठर, जिला प्रोबेशन अधिकारी अजय पाल मौजूद रहे।