सपा का आरोप- फर्रुखाबाद की अमृतपुर सीट के बूथ नंबर 38 पर मौजूद EVM से साइकिल का निशान ही गायब, इलेक्शन कमीशन से लगाई गुहार
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव तीसरे चरण के मतदान के दौरान समाजवादी पार्टी ने एक बार गड़बड़ी का आरोप लगाया है. समाजवादी पार्टी ने फर्रुखाबाद की 193 अमृतपुर विधानसभा के बूथ नंबर 38 पर ईवीएम पर साइकिल चुनाव चिन्ह नहीं होने का आरोप लगाया है. इसके लिए चुनाव आयोग और जिला प्रशासन से शिकायत दर्ज कराई है. हालांकि इससे पहले के दो चरणों में भी एसपी ने चुनाव आयोग के सामने कई शिकायतें दर्ज कराई हैं. एसपी का कहना था कि मतदान में बीजेपी गड़बड़ी कर रही है.
उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण के लिए मतदान जारी है और समाजवादी पार्टी ने एक बार फिर ईवीएम को लेकर शिकायत दर्ज कराई है. एसपी का आरोप है कि फर्रुखाबाद में ईवीएम में साइकिल का सिंबल गायब है. असल में समाजवादी पार्टी लगातार वोटिंग में गड़बड़ी को लेकर शिकायत दर्ज करा रही है. पिछले दो चरणों में एसपी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाया था. वहीं पार्टी शिकायतों के जरिए चुनाव आयोग पर दबाव बनाने की रणनीति पर काम कर रही है. एसपी चुनाव में गड़बड़ी के लिए बीजेपी पर आरोप लगा रही है.
ईवीएम की रखवाली करे एसपी कार्यकर्ता
पिछले दिनों ही एसपी नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं से ईवीएम की रखवाली करने को कहा था. पार्टी का कहना था कि बीजेपी ईवीएम में गड़बड़ी कर सकती है. लिहाजा जहां पर ईवीएम को रखा जा रहा है. वहां पर पार्टी कार्यकर्ता पहरा दें.
करहल सीट से लड़ रहे हैं एसपी प्रमुख
आज हटावा की करहल सीट पर भी मतदान हो रहा है और इस सीट पर पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं एसपी प्रमुख के खिलाफ बीजेपी के प्रत्याशी एसपी सिंह बघेल चुनाव लड़ रहे हैं. एसपी बघेल केन्द्रीय मंत्री हैं और किसी दौर में समाजवादी पार्टी में हुआ करते थे. वहीं आज इटावा की जसवंत नगर सीट पर भी चुनाव हो रहा है. इस सीट पर एसपी के टिकट पर पीएसपी प्रमुख और अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव चुनाव लड़ रहे हैं.
फर्रुखाबाद में लोकसभा चुनाव में एसपी को मिली थी हार
2019 के लोकसभा चुनाव में एसपी को फर्रुखाबाद लोकसभा सीट पर हार मिली थी. इस सीट पर एसपी नेता राम गोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव चुनाव लड़े थे और उन्हें चुनाव में बड़ी हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि इस सीट पर पीएसपी अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव भी चुनाव लड़े थे और उनके कारण एसपी को इस सीट पर हार झेलनी पड़ी थी.