परशुराम जन्मोत्सव से दूरी बनाने वाले अखिलेश भाजपा के निशाने पर
लखनऊ। ईद की अग्रिम बधाई एवं शुभकामनाएं देने वाले सपा मुखिया अखिलेश यादव भगवान परशुराम के जन्मोत्सव पर मौन रहे। उन्होंने जन्मोत्सव पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं तक नहीं दीं। इसको लेकर भाजपा ने अखिलेश पर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगाया है।
उत्तर प्रदेश भाजपा के सह सम्पर्क प्रमुख नवीन श्रीवास्तव ने शनिवार को ट्विटर के जरिए भगवान परशुराम के जन्मोत्सव की बधाई दी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आश्चर्यजनक है कि 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले परशुराम जी की प्रतिमा स्थापित करने का वादा करने वाले अखिलेश ने एक दिन पहले ही ईद का बधाई संदेश जारी कर दी, लेकिन भगवान परशुराम के जन्मोत्सव पर अब तक मौन हैं।
इस संबंध में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हीरो बाजपेयी ने कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ है, मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति सपा के सिर चढ़कर हमेशा बोलती रही है। वोट के लालच में उन्होंने मूर्ति लगवाने की घोषणा की थी। अब वह अपनी ही बात भूल गए। उनकी अगर सही मंशा होती तो वह भगवान परशुराम को आज भी याद रखते। सपा के लोग कभी भगवान राम का अनादर करते हैं तो कभी बाबासाहब डॉ. भीमराव आम्बेडकर के अपमान में कुछ भी बोलते हैं। जनता उनके बारे में समझ चुकी है। इसीलिए जनता ने बार-बार उन्हें सबक भी सिखाया है और आगे भी सिखाएगी।