ऋद्धिमान साहा ने बताया धमकाने वाले पत्रकार का नाम, BCCI की जांच कमेटी को सुनाया अपना ‘सच’

भारतीय क्रिकेट टीम के सीनियर विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा ने पत्रकार की ओर से धमकाने के मामले में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की जांच समिति के सामने अपना पूरा पक्ष रख दिया है. ऋद्धिमान साहा ने पिछले महीने ही एक ट्वीट के में एक सीनियर पत्रकार से बातचीत का स्क्रीनशॉट पोस्ट किया था और लिखा था कि इंटरव्यू न देने पर उनको धमकाया जा रहा है. इसके बाद बोर्ड ने अपने 3 अधिकारियों की एक जांच कमेटी बनाई थी. ऋद्धिमान साहा ने शनिवार 5 मार्च को कमेटी के सामने अपना पक्ष रखा. साहा ने साथ ही बताया कि उन्होंने बोर्ड को भी पत्रकार का नाम बताया है, लेकिन मीडिया के सामने नाम का खुलासा नहीं किया.
हाल ही में भारत की टेस्ट टीम से बाहर होने के बाद ऋद्धिमान साहा ने एक व्हॉट्सएप बातचीत का स्क्रीनशॉट अपने ट्विटर अकाउंट से पोस्ट किया था. इसमें साहा ने लिखा था कि कैसे एक कथित ‘वरिष्ठ पत्रकार’ उन्हें धमका रहा है. इस चैट में पत्रकार ने कहा था कि उसने इंटरव्यू के लिए साहा के जवाब का इंतजार किया, लेकिन भारतीय विकेटकीपर ने जवाब नहीं दिया और वह फिर कभी उनका इंटरव्यू नहीं करेहा. पत्रकार ने साथ ही लिखा था कि वह अपने अपमान को आसानी से नहीं भूलने वाला.
BCCI के सामने रखा अपना पक्ष
साहा के इस खुलासे के बाद बीसीसीआई ने उन्हें पूरे सहयोग का भरोसा दिलाया था. बोर्ड के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और कोषाध्यक्ष अरुण धूमल समेत 3 सदस्यों वाली एक जांच समिति बनाई गई थी, जिसके सामने साहा शनिवार को पेश हुए और अपना पक्ष रखा. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, साहा ने पत्रकारों से कहा,
“मैं जो कुछ भी जानता था, वह सब कमेटी को बता दिया था. मैंने उनके साथ सारी जानकारी साझा की है. मैं आपको ज्यादा नहीं बता सकता. बीसीसीआई ने मुझसे कहा है कि मैं मीटिंग के बारे में बाहर बात न करूं क्योंकि वे सभी सवालोें के जवाब देंगे.”
टीम से ड्रॉप होने के बाद किए थे ट्वीट
बीसीसीआई ने 19 फरवरी को श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम का ऐलान किया था, जिसमें साहा को जगह नहीं मिली थी. मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा ने कहा था कि साहा को सिर्फ इस सीरीज के लिए नहीं चुना गया है और रणजी ट्रॉफी खेलने को कहा गया. इसके बाद ही साहा ने ट्वीट किया था, लेकिन उन्होंने वरिष्ठ पत्रकार का नाम नहीं बताया था. साहा ने फिर 23 तारीख को दोबारा ट्वीट किए और कहा कि वह पत्रकार और उसके परिवार को कोई नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते और इसलिए नाम का खुलासा नहीं कर रहे. हालांकि, फिर बीसीसीआई ने जांच कमेटी बनाई और उनसे संपर्क किया, जिसके बाद साहा ने कमेटी को पत्रकार के बारे में बताया.