नई दिल्ली। कतर के विदेश मंत्रालय ने रविवार को भारत के राजदूत डॉ. दीपक मित्तल को तलब किया और उन्हें पैगंबर के खिलाफ भाजपा प्रवक्ता के बयान पर एक आधिकारिक नोट सौंपा। इसमें कहा गया कि कतर सत्ताधारी दल (भाजपा) के एक कार्यकर्ता की विवादास्पद टिप्पणियों को पूर्ण रूप से अस्वीकार करता है और उसकी निंदा करता है। साथ ही इसमें भाजपा की ओर से पार्टी नेताओं के निलंबन का स्वागत किया गया है।
कतर का यह बयान ऐसे समय में आया है जब उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू कतर की आधिकारिक यात्रा पर हैं। इसी संदर्भ में कतर में भारतीय दूतावास ने एक बयान जारी किया है। बयान में कहा गया है कि भारत-कतर संबंध को नापसंद करने वाले कुछ निहित स्वार्थी तत्व इन अपमानजनक टिप्पणियों का उपयोग करके लोगों को उकसा रहे हैं। हमें ऐसे शरारती तत्वों के खिलाफ मिलकर काम करना चाहिए, जिनका लक्ष्य दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों की ताकत को कम करना है।
इसमें कहा गया है कि भारतीय राजदूत ने इस संदर्भ में चिंता व्यक्त करते हुए विदेश कार्यालय में एक बैठक की है। राजदूत ने बताया कि ट्वीट किसी भी तरह से भारत सरकार के विचारों को नहीं दर्शाते हैं। हमारी सभ्यतागत विरासत और विविधता में एकता की मजबूत सांस्कृतिक परंपराओं के अनुरूप भारत सरकार सभी धर्मों को सर्वोच्च सम्मान देती है। अपमानजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ पहले ही कड़ी कार्रवाई की जा चुकी है। उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी ने पैगंबर मोहम्मद पर कथित तौर पर अभद्र टिप्पणी करने को लेकर पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा को निलंबित कर दिया है। वहीं, दिल्ली प्रदेश मीडिया प्रभारी नवीन जिंदल को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।