देश में लाउडस्पीकर के जरिए अजान को लेकर मुद्दा गर्म है। कर्नाटक में मस्जिदों में लाउडस्पीकर को लेकर चेतावनी के साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया था। कई हिंदू संगठन खुलकर लाउडस्पीकर के जरिए आज़ान के खिलाफ बोल रहे हैं।
मुद्दा महाराष्ट्र से शुरू हुआ था जहां राज ठाकरे ने यह कहा था कि अगर अजान लाउडस्पीकर पर बजेगा तो वह सामने से हनुमान चालीसा लाउडस्पीकर पर बजाएंगे। यह मामला फिलहाल तूल पकड़ता जा रहा है। इसी कड़ी में सुन्नी उलेमा परिषद का भी बयान सामने आया है। सुन्नी उलेमा परिषद के महासचिव हाजी मोहम्मद सालीस ने कहा कि अजान तो दो-तीन मिनट में पूरी हो जाती है, उन्हें इससे भी समस्या है जबकि वे 24 घंटे अखंड पाठ से होने वाले ध्वनि प्रदूषण को नहीं देख रहे।
UP | Some Hindu forces are pushing the nation towards hatred, which is not justified. Our Aazaan gets completed in 2-3 minutes, they have a problem with that as well. They don't see (noise) pollution over their 24hr Akhand Path: Haji M Salees, Gen Secretary, Sunni Ulema Council pic.twitter.com/seYPLG2b9d
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 7, 2022
अपने बयान में हाजी मोहम्मद सालीस ने कहा कि कुछ हिंदू ताकतें देश को नफरत की ओर धकेल रही हैं, जो जायज नहीं है। हमारा अज़ान 2-3 मिनट में पूरा हो जाता है, उन्हें भी इससे दिक्कत है। वे अपने 24 घंटे के अखंड पाठ में (शोर) प्रदूषण नहीं देखते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि माहौल ऐसा है कि अगर हम सिर पर टोपी पहनते हैं, दाढ़ी रखते हैं, या हिजाब पहनते हैं तो समस्या है, मॉब लिंचिंग हो रही है। हम जो खाते हैं उस पर भी उनकी नजर होती है।