फोन टेपिंग मामले में पुणे पुलिस ने कोर्ट को सौंपी रश्मि शुक्ला के खिलाफ क्लोजर रिपोर्ट
मुंबई। पुणे पुलिस ने शुक्रवार को विशेष कोर्ट में राजनीतिक नेताओं के फोन टेपिंग मामले में रश्मि शुक्ला के खिलाफ क्लोजर रिपोर्ट पेश की है। अगर इस क्लोजर रिपोर्ट को कोर्ट मान लेता है तो रश्मि शुक्ला के खिलाफ केस बंद हो जाएगा। सूत्रों के अनुसार पुणे पुलिस ने आज कोर्ट में रिपोर्ट पेश की है, इस रिपोर्ट में शुक्ला को क्लीन चिट दे दी गई है। इससे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी रश्मि शुक्ला को राहत मिल सकती है।
जानकारी के अनुसार आईपीएस अफसर रश्मि शुक्ला पर प्रदेश कांग्रेस नेताओं नाना पटोले, बच्चू कडू, पूर्व सांसद संजय काकड़े, पूर्व विधायक आशीष देशमुख के फोन अवैध तरीके से टैप करने का मामला विधान परिषद के मानसून सत्र में विधायकों ने उठाया था। इसके बाद तत्कालीन गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने इस मामले की जांच करने की घोषणा की थी। इसके बाद पुणे के बंडगार्डेन पुलिस स्टेशन में पिछले साल फरवरी के महीने में रश्मि शुक्ला के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था।
जानकारी के अनुसार जब उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार महाराष्ट्र में सत्ता में थी, तब 2017, 2018 और 2019 के विधानसभा चुनावों के दौरान हुए फोन टेपिंग मामले की जांच करने का निर्णय लिया गया था। राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद आज बंडगार्डेन पुलिस स्टेशन की टीम ने पुणे के सेशन कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट सौंप दी है जिसमें कहा गया है कि अपराध की जांच अब बंद हो गई है। इसके बाद महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने रश्मि शुक्ला के खिलाफ 500 करोड़ का मानहानि का मुकदमा दायर किया है। इस बीच फोन टेपिंग मामले में बंडगार्डेन पुलिस द्वारा क्लोजर रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद रश्मि शुक्ला की महाराष्ट्र सरकार की सेवा में वापसी को लेकर गरमागरम चर्चा शुरू हो गई है।