नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को संसद में केंद्रीय बजट 2023-24 पेश किया। निर्मला सीतारमण ने कहा, अमृत काल में यह पहला बजट है। दुनिया ने भारतीय अर्थव्यवस्था को चमकता हुआ सितारा माना है। हमारा आर्थिक एजेंडा नागरिकों के लिए अवसरों को सुविधाजनक बनाने, विकास और रोज़गार सृजन को तेज़ गति प्रदान करने और व्यापक आर्थिक स्थिरता को मज़बूत करने पर केंद्रित है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 2 लाख करोड़ रुपये केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है।
अंत्योदय योजना के तहत गरीबों के लिए मुफ्त खाद्यान्न की आपूर्ति को एक वर्ष के लिए बढ़ा दिया गया है। 2014 से सरकार के प्रयासों ने सभी नागरिकों के जीवन की बेहतर गुणवत्ता और गरिमापूर्ण जीवन सुनिश्चित किया है। प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक बढ़कर 1.97 लाख रुपये हो गई है। इन 9 वर्षों में, भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में बढ़ी है। वर्तमान वर्ष के लिए हमारी अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7% रहने का अनुमान है, यह विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक है। भारतीय अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर है और उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ रही है।
बजट 2023-24 की खास बातें
बच्चों और किशोरों के लिए राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय स्थापित किया जाएगा। पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर ध्यान देते हुए कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा। कृषि से जुड़े स्टार्ट अप को प्राथमिकता दी जाएगी। युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए कृषि त्वरक कोष की स्थापना की जाएगी। पीएम विश्व कर्म कौशल सम्मान पैकेज की परिकल्पना पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए की गई है, जो उन्हें एमएसएमई मूल्य श्रृंखला के साथ एकीकृत करते हुए अपने उत्पादों की गुणवत्ता, पैमाने और पहुंच में सुधार करने में सक्षम बनाएगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2023-24 के आज बजट को पेश करते हुये इसे अमृत काल का पहला बजट बताया और कहा कि यह समग्र विकास का बजट है जिसके परिणाम सभी देशवासियों तक पहुंचाने की कोशिश है। श्रीमती सीतारमण ने यहां लोकसभा में बजट भाषणा का शुभारंभ करते हुये कहा कि चालू वित्त वर्ष में विकास दर सात प्रतिशत रहने का अनुमान है। वैश्विक स्तर पर आर्थिक सुस्ती के बावजूद भारत दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ने वाला अर्थव्यवस्था है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बुधवार को संसद में केंद्रीय बजट 2023-24 पेश करने से पहले बजट वाले टैबलेट के साथ नज़र आईं। इससे पहले वित्त मंत्री सीतारमण 2019 और 2020 में लाल रंग के कपड़े में पारंपरिक बही-खाता के साथ दिखी थीं जबकि 2021 व 2022 में उन्होंने बजट को पेपरलेस बनाते हुए उसे एक टैबलेट से पढ़ा था। बजट पेश होने से पहले केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, यह बजट सबसे अच्छा बजट होगा। ये बजट गरीब और मध्यम वर्ग के पक्ष में रहेगा। बजट सत्र के लिए राहुल गांधी के संसद पहुंचने पर भारत जोड़ो यात्रा के नारे लगे।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बुधवार को संसद में बजट 2023-24 पेश करने से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करने के लिए राष्ट्रपति भवन पहुंचीं। राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद सीतारमण केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में शामिल हुईं। गौरतलब है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का अंतिम पूर्ण बजट है।
बजट पेश होने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बोले, बजट देखने के बाद हम अपनी प्रतिक्रिया देंगे। बिना बजट देखे अंदाज़े पर बोलना गलत होगा। बजट रिपोर्ट देखने के बाद, बजट कैसा होना चाहिए था और कैसा है इसपर बात करेंगे। राष्ट्रपति के अभिभाषण में तो कुछ नहीं दिखा अब बजट में उनका जलवा देखेंगे। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी बोले, हिंदुस्तान में गरीबी, बेरोजगारी-महंगाई बढ़ रही है। इसे ध्यान में रखते हुए बजट पेश किया जाना चाहिए। बजट पेश होने के बाद पता चलेगा कि सरकार हमारी उम्मीदों पर खरी उतरती है या नहीं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में बजट 2023-24 पेश किए जाने से पहले बुधवार को शेयर बाज़ार बढ़त के साथ खुला। बुधवार को बीएसई का सेंसेक्स 437 अंकों की बढ़त के साथ 59,987 पर खुला जबकि एनएसई का निफ्टी 129 अंक चढ़कर 17,791 पर खुला। सीतारमण बुधवार को 11 बजे से संसद में बजट पेश किया। बजट शब्द फ्रेंच भाषा के Bougette से आया है जिसका मतलब होता है चमड़े का बैग। संविधान के अनुच्छेद 112 के मुताबिक आम बजट एक वित्त वर्ष में सरकार की आय-व्यय का लेखा-जोखा होता है और स्वतंत्र भारत का पहला बजट 1947 में पेश हुआ था। बजट को ब्रीफकेस में लाने की परंपरा 1970 के दशक से शुरू हुई थी।
स्वतंत्र भारत के पहले वित्त मंत्री आर.के. शनमुखम चेट्टी ने 26 नवंबर 1947 को देश का पहला बजट पेश किया था। जस्टिस पार्टी के नेता चेट्टी कोचीन राज्य के पूर्व दीवान थे और उन्होंने मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज व मद्रास लॉ कॉलेज से पढ़ाई की थी। चेट्टी 1933-35 तक भारत की केंद्रीय विधान सभा के अध्यक्ष भी रहे थे। देश का बजट पहले राष्ट्रपति भवन में छपता था लेकिन 1950 में बजट लीक होने के बाद इसकी छपाई नई दिल्ली के मिंटो रोड स्थित प्रेस में होने लगी। हालांकि, 1980 में वित्त मंत्रालय में प्रिंटिंग प्रेस लगने के बाद बजट यहीं छपता है। इसकी छपाई से जुड़े कर्मचारी हलवा सेरेमनी से लेकर बजट पेश होने तक यहीं रहते हैं। केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने बुधवार को आम बजट पेश किए जाने से पहले कहा कि इस बार का बजट समाज के सभी वर्गों की उम्मीदों पर खरा उतरेगा। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने हमेशा जनता के हित में काम किया है।