देश में फ्लू के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. सर्दी-जुकाम और फिर लंबे दिनों तक चलने वाली खांसी से लोग परेशान हैं. फ्लू को लेकर अब जीनोम सीक्वेंसिंग का डेटा सामने आया है. जिसमें यह बताया गया है कि मौजूदा फ्लू के लिए इन्फ्लुएंजा ए H3N2 और बी विक्टोरिया (Victoria) जिम्मेदार है.
‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ ने मंगलवार को जारी एक सरकारी बयान के हवाले से कहा है कि 2 जनवरी से 5 मार्च के बीच नौ हफ्तों में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) से जुड़ी प्रयोगशालाओं में टेस्टिंग के दौरान इन्फ्लूएंजा ए एच3एन2 के लिए 451 पॉजिटिव मामले पाएं हैं. वहीं, इन्फ्लूएंजा बी विक्टोरिया के 91 पॉजिटिव मामले मिले, जबकि इन्फ्लूएंजा ए H1N1 के 41 पॉजिटिव केस मिले.
रिपोर्ट के मुताबिक, इससे जुड़े लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि देश में फ्लू के मामलों में बढ़ोतरी के बाद केंद्र सरकार ने राज्यों से निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया है. सरकार ने कहा गया है कि वायरस के प्रसार की जांच के लिए राज्यों को हर हफ्ते ऐसे 25 मामलों की टेस्टिंग का लक्ष्य निर्धारित करने की आवश्यकता है.
H3N2 अधिक तेजी से प्रसार रहा पैर
सरकार के एक वैज्ञानिक ने कहा है कि मौजूदा डेटा से पता चलता है कि देश में H3N2 अधिक तेजी से प्रसारित हो रहा है. उन्होंने कहा कि फ्लू के कई सब वैरिएंट भी हैं जो कि फ्लू के मौसम में हावी हो जाते हैं. टाइपिंग प्रभावी स्ट्रेन का पता लगाने में मदद करता है और ताकि उसके अनुरूप उपाय किए जा सके, जिसमें फ्लू शॉट की सिफारिश करना भी शामिल है.
मौसमी फ्लू के बारे में आपको बता दें कि यह इसकी शुरुआत अचानक बुखार से होती है. इसके बाद मरीज में सूखी खांसी, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, गले में खराश और नाक से पानी बहने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. इस फ्लू में खांसी लंबी चल सकती है और करीब दो सप्ताह तक रह सकती है.