बीजेपी ‘शर्म आने वाली हरकतें’ करे बंद, हम इनकी चर्चा कर देंगे खत्म : कांग्रेस
नई दिल्ली। कांग्रेस ने ब्रिटेन के कैंब्रिज विश्वविद्यालय में राहुल गांधी के व्याख्यान को लेकर भारतीय जनता पार्टी के हमले पर पलटवार करते हुए शुक्रवार को कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी ‘शर्म आने वाली हरकतें’ बंद कर दे, तो वह भी इसकी चर्चा बंद करेगी। पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने विदेशी धरती पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुछ बयानों का उल्लेख करते हुए यह भी पूछा कि क्या भाजपा को इस पर शर्म नहीं आती?
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया है कि उनके और कई अन्य विपक्षी नेताओं के फोन में पेगासस स्पाईवेयर था और गुप्तचर अधिकारियों ने खुद उनसे कहा था कि बातचीत करते हुए वह सावधान रहें, क्योंकि उनकी बातों को रिकॉर्ड किया जा रहा है।
राहुल गांधी ने ब्रिटेन के मशहूर शिक्षण संस्थान कैंब्रिज विश्वविद्यालय में दिए व्याख्यान में यह आरोप भी लगाया कि भारत में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी के बयान को लेकर आरोप लगाया कि लगातार चुनावी हार का सामना करने के बाद वह विदेशी धरती से भारत की छवि खराब कर रहे हैं।
सत्तारूढ़ पार्टी के प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने दावा किया कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ‘भ्रमित’ हैं और इस प्रकार के दावे इसलिए करते हैं, क्योंकि वह जहां भी जाते हैं, वहां सुर्खियां बटोरना चाहते हैं। भाजपा नेताओं के हमले पर पलटवार करते हुए खेड़ा ने कहा, ‘‘भारतीय जनता पार्टी को हम सलाह देते हैं कि वह इस तरह की हरकतें बंद कर दे, जिस पर चर्चा करने पर शर्म आ जाती है, तो हम भी उन पर चर्चा करना बंद कर देंगे।’’
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, ‘‘हम अनुराग ठाकुर को सलाह देते हैं कि एक घंटे का वीडियो जरूर सुनियेगा…प्रधानमंत्री ने इस देश की घरेलू राजनीति और मुख्य विपक्षी दल के बारे में जो जो बातें विदेशी धरती पर बोली हैं, अगर उसके बारे में चर्चा कर लें, तो भाजपा को मुंह छिपाने की जगह नहीं मिलेगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल जी तो लोकतंत्र को मजबूत करने के बारे में बात कर रहे थे, उनसे आप लोगों (भाजपा) को सीखना चाहिए…जो लोग मंच से गोली मारने की बात करते हैं और फिर राज्य मंत्री से कैबिनेट मंत्री बन जाते हैं, वो राहुल गांधी के वक्तव्य का मर्म नहीं समझ सकते।’’