कैंसर के बारे में सबने सुना है और सुना उतना है जो आनंद फ़िल्म में राजेश खन्ना के लिए कहा गया था, लिम्फोस्को मोवाडा इंटेस्टाइन। इसके बाद किसी को ज्यादा कुछ नहीं पता है। कैंसर एक ऐसी बीमारी है तो इंसान को मौत के दरवाजे पर ले जाती है। हममें से हरेक ने अपने जीवन में किसी जानने वाले को इस खौफ़नाक समझे जाने वाली बीमारी से जूझते देखा होगा। कैंसर का नाम सुनकर अक्सर लोग या तो डर जाएंगे या फिर इसकी बात नहीं करना चाहेंगे। कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसकी सटीक दवा आज भी विज्ञान ढूंढ़ रहा है। लेकिन आज का दिन भारत के लिए बेहद खास है।
बेहद सस्ती होगी वैक्सीन: जितेंद्र सिंह
केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह गुरुवार को वैक्सीन के वैज्ञानिक पूर्णता की घोषणा के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए। वैज्ञानिक पूर्णता का अर्थ है कि टीके से संबंधित अनुसंधान एवं विकास गतिविधियां पूरी हो चुकी हैं और अब उन्हें जनता के लिए उपलब्ध कराने का अगला चरण होगा। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत सर्वाइकल कैंसर के लिए स्वदेशी रूप से विकसित पहला टीका लेकर आया है, जो कम उम्र की महिलाओं में प्रचलित है। पीएम के लिए धन्यवाद अब हम निवारक स्वास्थ्य देखभाल की तलाश कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ये वैक्सीन बेहद सस्ती होगी।
कुछ ही महीनों में उपलब्ध हो जाएगा टीका
सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि सर्वाइकल कैंसर का टीका कुछ महीनों में उपलब्ध हो जाएगा। पहले देश को देंगे और बाद में दुनिया को देंगे। इसकी कीमत 200-400 रुपये के बीच हो सकती है लेकिन कीमतों को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है। 2 साल में 20 करोड़ डोज बनाने की तैयारी है। हम भारत सरकार के साथ निर्माण और चर्चा के बाद अंतिम रूप देंगे।