
कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष के नेतृत्व में पंचायत चुनाव के पार्टी के कुछ उम्मीदवारों के साथ सोमवार को राज्यपाल सी वी आनंद बोस से मुलाकात कर नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान के अपने खौफनाक अनुभव साझा किए। भाजपा नेताओं ने राज्यपाल से आठ जुलाई को चुनाव के दिन सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया।
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने इसे राज्य सरकार की छवि खराब करने के लिए राजभवन की मिलीभगत से रचा गया ‘नाटक’ करार दिया। आठ जुलाई को होने वाले चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने को लेकर व्यापक हिंसा के बीच राज्य के विभिन्न हिस्सों में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में राज्य के विभिन्न हिस्सों से पार्टी के कई उम्मीदवार राजभवन गए।
उम्मीदवारों ने अपने अनुभव साझा किए और आरोप लगाया कि नामांकन दाखिल करने के दिन से ही उन्हें धमकियां मिल रही हैं। घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि राज्यपाल को निष्पक्ष व्यवहार करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘क्या राज्यपाल ने विपक्षी दलों के गुंडों द्वारा मारे गए टीएमसी कार्यकर्ताओं के परिवार के सदस्यों से मिलने के बारे में सोचा है? भाजपा राज्य को बदनाम करने की कोशिश कर रही है, और राज्यपाल उसके प्रयासों में मदद कर रहे हैं।’’