
अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद शहर में भगवान जगन्नाथ की 146वीं रथयात्रा मंगलवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुई और बड़ी संख्या में श्रद्धालु इसमें शामिल हुए। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गुजरात पुलिस ने पहली बार रथयात्रा में पूरे मार्ग पर निगरानी के लिए 3डी मैपिंग तकनीक का इस्तेमाल किया है और किसी भी अवैध ड्रोन को आने से रोकने के लिए ड्रोन-रोधी प्रौद्योगिकी का भी उपयोग किया जा रहा है। बता दें, ओडिशा के पुरी के बाद देश में सबसे भव्य तरीके से रथयात्रा का आयोजन गुजरात के अहमदाबाद में ही होता आया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सपरिवार मंगला आरती में शामिल हुए।
श्री जगन्नाथ रथयात्रा आस्था व भक्ति का अलौकिक समागम है। आज रथयात्रा के शुभ अवसर पर अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर में मंगला आरती में सम्मिलित होकर महाप्रभु का आशीर्वाद लिया। हर वर्ष यहाँ भगवान के दर्शन की अनुभूति दिव्य व अविस्मरणीय होती है। महाप्रभु सभी पर कृपा बनायें रखें।
जय जगन्नाथ pic.twitter.com/xVapxvrnQF— Amit Shah (@AmitShah) June 20, 2023
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सोने की झाड़ू से रथ का मार्ग साफ करने की प्रतीकात्मक रस्म के रूप में ‘पाहिंद विधि’ में भाग लिया। इसके बाद भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन देवी सुभद्रा के रथ जमालपुर इलाके में स्थित 400 साल पुराने जगन्नाथ मंदिर से 18 किलोमीटर की रथयात्रा के लिए निकले। रथयात्रा शुरू होने से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुबह मंदिर में ‘मंगल आरती’ की। रथयात्रा में तीन रथों के साथ करीब 15 सजे-धजे हाथी चल रहे हैं। इनके अलावा 100 ट्रक में झांकियां और गायक मंडलियां साथ में हैं।
हिंदू पचांग के अनुसार हर साल आषाढ़ शुक्ल द्वितीय (आषाढ़ी बीज) के दिन रथयात्रा निकाली जाती है। यात्रा पुराने शहर से निकलकर मंगलवार रात साढ़े आठ बजे तक मंदिर लौटेगी। रास्ते में जमालपुर, कालूपुर, शाहपुर और दरियापुर जैसे कुछ सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र भी पड़ेंगे। अधिकारियों के अनुसार, रथयात्रा के मार्ग में सुरक्षा के लिए विभिन्न स्थानों पर शहर पुलिस, होमगार्ड, राज्य रिजर्व पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के 26,000 से अधिक जवानों को तैनात किया गया है।