
नई दिल्ली: पंजाब के बठिंडा मिलिट्री कैंप में फायरिंग की घटना पर आर्मी की प्रतिक्रिया सामने आई है. सेना के साउथ वेस्टर्न कमांड हेडक्वार्टर ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए आर्टिलरी यूनिट के चार जावनों की मौत की पुष्टि की है. सेना ने कहा है कि बेस के भीतर मौजूद रिहायशी इलाके में लोगों से घरों के भीतर ही रहने के निर्देश दिए गए हैं.
इधर राजधानी दिल्ली में थोड़ी देर में सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिलेंगे और उन्हें घटना के बारे में जानकारी देंगे. घटना के बाद आर्मी कैंट के सभी एंट्री गेट को बंद कर दिया गया है. कैंट के जिस हिस्से में सेना के जवान और अफसर के परिवार रहते हैं उसे भी पूरी तह से कर दिया गया है.
सेना ने कहा इस घटना का कैंप से दो दिन पहले गायब हुई इंसास राइफल और 28 कारतूस से कोई लेना-देना है या नहीं, पंजाब पुलिस के साथ मिलकर इसकी जांच की जा रही है. इसके साथ-साथ सेना ने मीडिया से संवेदनशीलता दिखाने की अपील की है. सेना ने कहा कि मीडिया अफवाहों से बचे और अटकलों से दूर रहे.
मृतक जवानों के परिवार को दी गई सूचना
सेना की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक यह घटना बुधवार तड़के 4.35 बजे हुई. घटना में जिन जवानों की मौत हुई है उनके परिवार वालों को जानकारी दे दी गई है. सूत्रों के मुताबिक, हमलावर अभी मिलिट्री स्टेशन के अंदर ही मौजूद है. हालांकि, सेना की ओर से इस संबंध में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है.
पंजाब सरकार ने भी मांगी रिपोर्ट
दूसरी ओर से राज्य की भगवंत मान सरकार ने घटना को लेकर पंजाब पुलिस से जल्द से जल्द विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यलय को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. बता दें कि बठिंडा आर्मी कैंप एशिया का सबसे बड़ा मिलिट्री बेस है. ऐसे में कैंप के भीतर फायरिंग की घटना और उससे पहले इंसास राइफल और कारतूस गायब होने की घटना सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है.