चारा और पशुपालन घोटाला के सबसे चर्चित मामले में दोषी करार दिए गए लालू प्रसाद यादव रांची के होटवार जेल से रिम्स पहुंच गए हैं. लालू प्रसाद को कोर्ट ने उनकी गंभीर बीमारियों को देखते हुए रिम्म में रहने की अनुमति दी है. 21 फरवरी को सीबीआई की विशेष अदालत में उन्हें सजा सुनाई जाएगी. तब तक लालू प्रसाद रिम्स के इसी पेइंग वार्ड में रहेंगे. लालू प्रसाद के वकील प्रभात कुमार की अपील पर सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने तबीयत खराब होने की वजह से उन्हें रिम्स में डॉक्टरों की निगरानी में रहने की इजाजत दी है. लालू प्रसाद झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल RIMS में सबसे ज्यादा समय तक रहने वाले मरीजों में से एक हैं. लालू प्रसाद यादव यहां दो साल 2 महीने तक रहे हैं. उनकी तबीयत खराब होने के बाद उन्हें पिछले साल जनवरी 2021 में RIMS से AIMS रेफर किया गया था.
लालू पेईंग वार्ड के कमरा नंबर ए-11 में शिफ्ट
लालू प्रसाद यादव को रिम्स पेईंग वार्ड के कमरा नंबर ए-11 में शिफ्ट कर दिया गया है. लालू प्रसाद के यहां आने से पहले इसे आनन-फानन में तैयार किया गया है. कमरे में लगे फ्रिज, टीवी, एसी, गीजर समेत दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की टेस्टिंग भी की गई. लालू प्रसाद पहले भी कमरा नंबर ए-11 में ही रहते थे. लेकिन 5 अगस्त 2020 को RJD सुप्रीमो को पेइंग वार्ड में कोरोना संक्रमण के डर से RIMS के कैली बंगला में शिफ्ट कर दिया गया था. लेकिन उनका मामला हाईकोर्ट में जाने पर उन्हें वापस पेईंग वार्ड में भेज दिया गया था, जहां से तबीयत खराब होने पर उन्हें इलाज के लिए दिल्ली भेजा गया.
लालू प्रसाद कई गंभीर बीमारियों से हैं पीड़ित
अब लालू प्रसाद एकबार फिर उसी कमरा नंबर ए-11 में अपना इलाज कराएंगे. लालू प्रसाद कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं. डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, हृदय रोग, किडनी रोग, किडनी में स्टोन, तनाव, थैलेसीमिया, प्रोस्टेट का बढ़ना, यूरिक एसिड का बढ़ना, ब्रेन से सम्बंधित बीमारी, कमज़ोर इम्यूनिटी, दाहिने कंधे की हड्डी में दिक्कत, पैर की हड्डी की समस्या, आंख में दिक्कत है. जिसके बाद उनके इलाज के लिए रिम्स में मेडिकल बोर्ड का गठन किया जाएगा. रिम्स के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि लालू यादव कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं. अगर वह यहां आते हैं तो उनके इलाज के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया जाएगा.