
8 पूर्व नौसैनिकों को भारत सरकार ने कतर के जेल से रिहा करवा दिया है, जिनमें से 7 ऑफिसर भारत वापस आ चुके हैं। इस मामले में बॉलीवुड के किंग खान के नाम से पॉपुलर शाहरुख खान का नाम भी कुछ दिनों से चर्चा में बना हुआ है। इस बीच मंगलवार (13 फरवरी, 2024) को बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने दावा कि अफसरों के भारत वापस लौटने में बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान का हाथ है। इसके बाद शाहरुख खान की टीम ने इस मामले की सच्चाई बताई है। बीते साल दिसंबर में कतर की कोर्ट ने अल दाहरा ग्लोबल केस में इन अफसरों को फांसी की सजा सुनाई थी, जिसके बाद में ये सजा उम्रकैद में बदल गई।
सुब्रमण्यम स्वामी का दावा
अफसरों के वापस लौटने पर नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा था कि ‘इस रिहाई में बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान का हाथ है।’ अब इन अफवाहों पर अब शाहरुख खान की टीम ने करार जवाब दिया है। कतर की जेल में बंद भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों की रिहाई में शाहरुख खान का हाथ है। ऐसा दावा करने वालों का अब किंग खान की मैनेजर पूजा ददलानी ने एक ऑफिशियल स्टेटमेंट सोशल मीडिया पर शेयर किया है। इस ऑफिशियल स्टेटमेंट में शाहरुख खान की टीम ने इस खबर को गलत बताया है। सरकारी अधिकारियों ने भी इस मामले में शाहरुख खान की भागीदारी से मना किया हैं।
यहां देखें पोस्ट-
Over the next two days, I will be visiting UAE and Qatar to attend various programmes, which will deepen India's bilateral relations with these nations.
My visit to UAE will be my seventh since assuming office, indicating the priority we attach to strong India-UAE friendship. I…— Narendra Modi (@narendramodi) February 13, 2024
किंग खान की टीम का करारा जवाब
शाहरुख खान की टीम ने इंस्टाग्राम पर ऑफिशियल स्टेटमेंट शेयर किया है। इसमें लिखा है, ‘कतर से नेवी अफसरों के रिहा होने में शाहरुख खान का हाथ नहीं है। हम साफ-साफ बता रहे हैं कि इस मामले में एक्टर का कोई हाथ नहीं है… ये रिहाई सिर्फ भारतीय सरकार की वजह से हुई है। इससे मिस्टर खान का कोई वास्ता नहीं है।’
मामला क्या है?
कतर की कोर्ट ने जासूसी के मामले में कैप्टन नवतेज गिल, सौरभ वशिष्ठ, कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, अमित नागपाल, एसके गुप्ता, बीके वर्मा, सुगुनाकर पकाला और नाविक रागेश को सजा सुनाई गई थी। कतर की कोर्ट ने 28 दिसंबर को मृत्युदंड को कम कर पूर्व नौसैन्य कर्मियों को अलग-अलग अवधि के लिए जेल की सजा दी थी। फिर सभी को रिहा कर दिया गया।