रूस और यूक्रेन के बीच 24 फरवरी को जंग की शुरुआत हुई थी. धीरे-धीरे ये युद्ध तेज होता जा रहा है और रूस ने तेजी से यूक्रेन के पूर्वी हिस्से पर अपनी पकड़ बनाना शुरू कर दिया है. यूक्रेन के कई शहरों पर रूस ने कब्जा कर लिया है और अब उसकी नजर देश की राजधानी कीव (Kyiv) पर है. कीव के बाहरी इलाकों में जंग अभी भी जारी है. ऐसे में कीव में बैठी सरकार में हलचल होना लाजिमी है. यूक्रेन की सरकार रूस को रोकने के लिए कुछ भी करने को तैयार नजर आ रही है. इसी बीच रूस की सीक्रेट सर्विस ने ऐसा सनसनीखेज दावा किया है, जिसमें सबको हैरान करके रख दिया है.
दरअसल, रूस की सीक्रेट सर्विस ने कहा है कि यूक्रेन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को मारने के लिए इजरायल (Israel) की खुफिया एजेंसी मोसाद (Mossad) के साथ हाथ मिलाया है. सीक्रेट सर्विस ने कहा है कि यूक्रेन ने पुतिन को मारने के लिए मोसाद को सुपारी दी है. ये खबर सामने आने के बाद सभी लोग हैरान हैं. यहां गौर करने वाली बात ये है कि इजरायल हमेशा से अमेरिका का समर्थन करता आ रहा है. वर्तमान में अमेरिका रूस का विरोध कर रहा है. ऐसे में इजरायल का अमेरिका के खेमे में जाते हुए यूक्रेन के साथ हाथ मिलाने की संभावना भी नजर आती है.
अमेरिकी सांसद ने पुतिन की हत्या करने को कहा
इससे पहले, अमेरिका के दक्षिण कैरोलिना से सांसद लिंडसे ग्राहम ने यूक्रेन में युद्ध को रोकने के लिए रूस के लोगों से पुतिन की हत्या करने की गुजारिश की. ग्राहम ने ट्वीट कर कहा, ‘इसे जो लोग रोक सकते हैं वह है रूस की जनता. इसे समाप्त करने का बस एक ही तरीका है कि रूस में कोई व्यक्ति उनकी (पुतिन) हत्या कर दे. आप अपने देश और पूरे विश्व के लिए महान सेवा करेंगे.’ वहीं, उनके इस बयान के बाद सांसद की चौतरफा आलोचना की गई है. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने शुक्रवार को कहा, ‘यह अमेरिकी सरकार का रुख नहीं है. निश्चित रूप से इस प्रशासन में काम करने वाले किसी भी व्यक्ति के मुंह से आपने ऐसा कोई बयान नहीं सुना होगा.’
रूसी हमले के बाद मारे गए 351 आम नागरिक
वहीं, रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग की वजह से अभी तक बड़ी संख्या में लोग मारे गए हैं. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने शनिवार को बताया कि रूसी हमले के बाद से यूक्रेन में 351 आम नागरिकों की मौत हुई है. जिनेवा स्थित कार्यालय ने कहा कि 24 फरवरी की मध्यरात्रि से 707 अन्य आम नागरिक घायल हुए हैं. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने इन आंकड़ों के लिए पुष्ट रिपोर्ट का उपयोग किया है. हालांकि, यूक्रेन के अधिकारियों ने हताहतों की इससे कहीं अधिक संख्या पेश की है.