
वाशिंगटन: राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने अमेरिका में रहने वाले हजारों अप्रवासी भारतीयों के कामकाज को लेकर बड़ा ऐलान किया है। बाइडेन भारतीयों समेत सभी अप्रवासियों की कुछ श्रेणी के इमीग्रेशन को अवधि पूरी होने के बाद भी ‘कार्य परमिट’ अतिरिक्त डेढ़ साल तक बढ़ा दिया है। इस श्रेणी में ग्रीन कार्ड पाने के इच्छुक लोग और एच-1बी वीजा धारक के पति-पत्नी शामिल हैं। स्थानीय निवास कार्ड के रूप में पहचाने जाने वाला ग्रीन कार्ड प्रवासियों को जारी किया गया एक ऐसा दस्तावेज है, जो इस बात को प्रमाणित करता है कि धारक को अमेरिका में स्थायी रूप से रहने का विशेषाधिकार दिया गया है।
अमेरिका के गृह सुरक्षा विभाग की ओर से गत मंगलवार को जारी किया गया यह आदेश चार मई, 2022 से प्रभावी होगा। सुरक्षा विभाग के मुताबिक मौजूदा रोजगार प्राधिकरण कार्ड (EAD) पर अवधि समाप्त होने की अंकित तारीख से इसका विस्तार 180 दिनों से बढ़कर स्वत: 540 दिनों तक विस्तारित हो जाएगा। यूएससीआईएस निदेशक उर एम. जद्दो ने कहा, ‘‘संयुक्त राज्य अमेरिका नागरिक एवं अप्रवासी सेवा ( USCIS ) बड़ी संख्या में ईएडी के लंबित मामलों को निपटा कर रहा है। एजेंसी का निश्चित मत है कि रोजगार सत्यापन के लिए 180 दिन का स्वत: विस्तार फिलाहल अपर्याप्त है।” निदेशक ने कहा कि ये अस्थायी नियम उन गैर निवासी लोगों को रोजगार बरकरार रखने और परिवार की मदद करने का एक अवसर प्रदान करेंगे, जो स्वत: विस्तार के पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि अमेरिकी नियोक्ताओं को और अधिक व्यवधान से बचाया जा रहा है। यदि आव्रजक का ईएडी स्वत: विस्तार अवधि की 540 दिन की सीमा के अंदर आता है और वह अन्यथा भी पात्र है, तो वह अपना रोजगार बरकरार रख सकेगा। नवीनीकरण के लिए आवेदन करने के साथ चार मई, 2022 तक वैध ईएडी रखने वाले गैर नागरिक या 27 अक्टूबर, 2023 से पहले समय रहते ईएडी नवीनीकरण के लिए आवेदन करने वाले प्रवासियों को 540 दिन तक स्वत: विस्तार का लाभ दिया जाएगा, भले ही नवीनीकरण के आवेदन को लेकर जारी प्रक्रिया के पूर्ण होने से पहले ही ईएडी की तारीख सामाप्त हो चुकी हो।
भारतीय-अमेरिकी समुदाय के नेता अजय जैन भूटोरिया ने कहा कि नियम में बदलाव से तत्कालिक रूप से करीब 87000 प्रवासियों को मदद मिलेगी जिनके कार्य परमिट की अवधि समाप्त हो गई है या आगामी 30 दिनों में समाप्त होने वाली है। अजय ने कहा कि सरकार का अनुमान है कि कार्य परमिट का नवीनीकरण करने वाले 4,20,000 प्रवासियों को रोजगार की सुरक्षा मिलेगी। एच-1बी वीजा एक गैर-आव्रजन वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को ऐसे विशेष व्यवसायों में विदेशी श्रमिकों को नियुक्त करने की अनुमति देता है जिनके लिए सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता की जरूरत होती है। प्रौद्योगिकी कंपनियां भारत और चीन जैसे देशों से हर साल हजारों कर्मचारियों को काम पर रखने के लिए इस पर निर्भर हैं। एच-1बी वीजा कार्यक्रम भारतीयों सहित विदेशी पेशेवरों के बीच सबसे अधिक मांग वाला कार्य वीजा है।