जब चुनावी सरगर्मी के बीच आमने-सामने आए अखिलेश यादव और प्रियंका गांधी
उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए जैसे-जैसे दिन नजदीक आते जा रहे हैं वैसे-वैसे चुनाव प्रचार भी तेज होता जा रहा है. सभी दल पूरे दमखम के साथ कैंपन कर रहे हैं. इसी कड़ी में गुरुवार 3 फरवरी को भी कई दिग्गज प्रचार के लिए जनता के बीच पहुंचे. इस बीच बुलंदशहर में आज कुछ अलग नाजारा देखने को मिला. यहां कांग्रेस की तरफ से प्रियंका गांधी प्रचार के लिए पहुंची थीं. वहीं समाजवादी पार्टी की तरफ से पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और RLD के जयंत चौधरी भी पहुंचे थे. इसी दौरान दोनों दलों के काफिले का आमना-सामना हो गया. इस दौरान दोनों ने एक-दूसरे का मुस्कुराते हुए अभिवादन किया. दोनों ने एक-दूसरे को देखकर हाथ हिलाया और प्रचार के लिए शुभकामनाएं दीं.
हमारी भी आपको राम राम @jayantrld @yadavakhilesh pic.twitter.com/RyUmXS4Z8B
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 3, 2022
प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए एक तस्वीर भी शेयर की. प्रियंका ने लिखा कि हमारी भी आपको राम राम. प्रियंका ने शाम में बारिश के बीच भी बुलंदशहर में रोड शो किया. इससे पहले आज प्रियंका ने सिकंदराबाद में भी जनसंपर्क करने पहुंची. इस दौरान कार्यकर्ताओं में काफी जोश दिखा. प्रियंका गांधी ने सिकंदराबाद में डोट टू डोट कैंपन भी किया. कार्यकर्ता इस दौरान प्रियंका गांधी जिंदाबाद के नारे लगाते हुए दिखे. डोट टू कैंपेन (Door to Door Campaign) के दौरान प्रियंका गांधी ने लड़कियों को अपना घोषणापत्र भी सौंपा और कहा कि आप भी इसे पढे़ और घर में बाकी लोगों को समझाएं.
प्रियंका का CM योगी और भाजपा सरकार पर हमला
इस दौरान लड़की हूं, लड़ सकती हूं के नारे भी लगाए गए. वहीं अखिलेश ने सीएम योगी के गर्मी शांत करने वाले बयान पर चुटकी लेते हुए कहा कि वह गर्मी की बात करते हैं, हम भर्ती की बात करेंगे. युवाओं को रोजगार देने की बात करेंगे. उन्होंने भाजपा सरकार की नीतियों की जमकर निंदा की.
इधर गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को बुलंदशहर के अनूपशहर और डिबाई में चुनाव प्रचार किया. बुलंदशहर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुलंदशहर के अनूपशहर में रैली को संबोधित किया. उन्होंने समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के कार्यकाल की आलोचना की और कहा कि सपा-बसपा के कार्यकाल में दंगे होते थे. पुलिस गुंडों से डरती थी. उन्होंने नाम लिए बगैर कहा कि जो अपने पिता और चाचा की नहीं सुनता वो दूसरों की क्या सुनेगा? आजम खां और मुख्तार अंसारी पर कार्रवाई की जाती है, तो समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के पेट में दर्द होता है.