अमेठी के इस वैज्ञानिक ने सवा लाख फलदार वृक्षों को लगाने का लिया संकल्प और कहा वृक्ष लगाओ खूब कमाओ।
वृक्ष लगाओ खूब कमाओ की तर्ज पर अमेठी जनपद के जगदीशपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत निसूरा गांव निवासी कृषि वैज्ञानिक पंडित इंदु कुमार पाठक ने 21 अक्टूबर 2023 दिन शनिवार को एक बड़ा कार्यक्रम किया। इस कार्यक्रम में जनपद के तमाम संभ्रांत लोग सम्मिलित हुए। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता के साथ-साथ अमेठी नरेश के नाम से विख्यात डॉ संजय सिंह थे। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कृषि वैज्ञानिक पंडित इंदु कुमार पाठक ने मुख्य अतिथि डॉ संजय सिंह सहित सभी अतिथियों को माल्यार्पण कर बुके भेंट करते हुए अंग वस्त्र प्रदान किया। इस कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिक पंडित इंदु कुमार पाठक ने अमेठी जनपद में 1 लाख 25 हज़ार फलदार वृक्षों को लगाने का संकल्प लिया। इस मौके पर मुख्य अतिथि डॉक्टर संजय सिंह ने मीडिया के माध्यम से बताया कि वृक्षारोपण प्रकृति की रक्षा के लिए अहम है । यह तब तक अहम रहेगा जब तक प्रकृति का बैलेंस ना हो जाए। लगातार वृक्षों की कटान होना बहुत ही चिंता की बात है। ऐसे लोगों का इस तरह से सक्रिय होना ऐसी खुशखबरी है कि लोग इसके लिए आतुर है और इसके लिए अपने जीवन का प्रमुख समय दे रहे हैं। आप लोगों के माध्यम से और पंडित इंदु कुमार पाठक के माध्यम से सभी माध्यम से यह बात देश के बच्चे बच्चे जन-जन तक पहुंचनी चाहिए। क्योंकि जब वृक्ष लगाए जाएंगे और वह सुरक्षित रहेंगे तभी मानवता सुरक्षित रहेगी। यह आवश्यकता सभी लोगों के मन में घर कर जानी चाहिए। इसका विस्तार सिर्फ अमेठी में ही नहीं बल्कि दूर-दूर तक होना चाहिए। क्योंकि जो प्रकृति की रक्षा में जो आवश्यक है उसके लिए यह ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। इसके लिए लाख सवा लाख और करोड़ दो करोड़ पेड़ भी कम हैं। इस कार्यक्रम की सफलता तभी है जब इस देश के हर बच्चे बूढ़े नौजवान को इसकी आवश्यकता समझ में आए। वहीं पर कार्यक्रम के आयोजन कृषि वैज्ञानिक पंडित इंदु कुमार पाठक ने बताया कि लंबे समय से मेरे मन में यह बात कचोट रही थी कि अपने अमेठी जिले के लिए क्या किया जाए । क्योंकि मैं एक कृषि वैज्ञानिक हूं इसलिए चारों ओर भ्रमण करने के उपरांत मेरी समझ में आया कि अमेठी में धान गेहूं की खेती के साथ-साथ फलदार वृक्षों की खेती पर जोर दिया जाए तो निश्चित रूप से पर्यावरण संतुलन भी बनेगा और किसानों को इससे कमाई भी होगी । अर्थात आम के आम और गुठलियों के दाम भी मिलेंगे। मेरे द्वारा अपने मित्र के घर 1100 अमरूद के पेड़ लगवाए गए। 3 साल बाद अब मेरे मित्र को साढ़े तीन लाख रुपए उससे मिल रहे हैं। इससे बेरोजगारी भी दूर होगी पर्यावरण शुद्ध होगा आय का स्रोत भी बनेगा। हम अमेठी के प्रत्येक गांव जाएंगे और उसे गांव में फलदार वृक्ष लगाकर लोगों को जागरूक करेंगे । कि वह फलदार वृक्षों की खेती कर उसे आय भी प्राप्त करें और पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित भी करें।