भोजपुर में गाय, गंगा, गायत्री गीता को बचाने का नारा बुलंद
फर्रुखाबाद। उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में चार विधान सभाओं में चुनावी जंग छिड़ी हुई है। लेकिन सबसे दिलचस्प चुनाव भोजपुर विधान सभा में होने जा रहा है। 20 फरवरी को होने जा रहा चुनाव मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के यहां आने के बाद गाय, गंगा,गायत्री और गीता को बचाने की ओर मोड़ ले गया है। लगभग 50 हजार मुस्लिमों की आबादी वाली इस विधान सभा में भाजपा से पूर्व विधायक नागेन्द्र सिंह राठौर, सपा से अनवर जमाल, कांग्रेस से अर्चना राठौर, बसपा से आलोक वर्मा चुनाव मैदान में हैं। सर्वाधिक लोधी मतदाताओं वाली इस विधान सभा मे आलोक वर्मा के बसपा से चुनाव मैदान में आने से सपा उम्मीदवार अनवर जमाल अपनी जीत सुनिश्चित समझने लगे थे। लेकिन सांसद मुकेश राजपूत, ब्लॉक प्रमुख फतेहचन्द्र वर्मा ने यहां चुनावी समीकरण पूरी तरह बदल दिए हैं। इन दोनों लोधी नेताओं ने लोधी वोट भाजपा की तरफ मुखातिब करने में कामयावी हासिल कर ली है। इन दोनों लोधी नेताओं के प्रयास को रविवार को यहां आये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ओर धार दे गए है।
अब यहां चुनाव पार्टी आधार पर नहीं होने जा रहा है। बल्कि राजा भोज की कर्मस्थली पर गाय, गंगा,गायत्री ओर गीता को बचाने का नारा बुलंद हो गया है। भाजपा सरकार के आने से पहले गो माता के खून से रगी इस धरती पर मतदाता पिछली भूल नहीं दोहराना चाह रहा है। वह इस विधान सभा को इस्लामाबाद न बनने देने के लिए कमल खिलाने के लिए सक्रिय हो गए है। भागीरथी के किनारे किनारे बसी इस विधान सभा में यादव, ठाकुर, ब्राह्मण, लोधी तथा छिटका जातियों के मतदाताओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बात भा गई है। वहीं दूसरी तरफ सपा उम्मीदवार अनवर जमाल सिद्दीकी मुस्लिम मतदाताओं के सहारे चुनावी वैतरणी पार करना चाहते है। वह हिन्दू वोट बसपा में जाने का अब भी सपना देख रहे हैं। बदले चुनावी समीकरणों पर यदि नजर डाली जाए तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे के बाद यहां चुनावी समीकरण भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में पहुंच गए है। बदलते समीकरणों के चलते श्रंगीरिषी व च्यवनऋषि की तपस्थली पर मतदाता फिर कमल खिलाने जा रहे है।