शिवपाल का एसपी में अपमान! पीएसपी के कई नेताओं ने बीजेपी का थामा दामन, करेंगे अखिलेश के खिलाफ चुनाव प्रचार
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से पहले प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल सिंह का मंगलवार को समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन के बाद पहली बार दर्द छलका. उन्होंने कहा कि उन्होंने एसपी नेतृत्व से 35 सीटें मांगी थी, लेकिन उन्हें महज एक सीट मिली. वहीं शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि उन्होंने एसपी के लिए अपनी पार्टी की कुर्बानी दी है. वहीं एसपी में शिवपाल के अपमान के कई नेताओं ने पीएसपी का दामन छोड़ दिया है और बीजेपी में शामिल हो गए हैं. फिरोजाबाद के बाद एसपी के गढ़ कहे जाने वाले मैनपुरी में कई नेता बीजेपी में शामिल हो गए हैं और इन नेताओं का दावा है कि वह अखिलेश यादव के खिलाफ चुनान प्रचार करेंगे. पीएसपी नेताओं ने एसपी पर अपमानित करने का आरोप लगाया है.
मैनपुरी में पीएसपी विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष राजवीर यादव ने कहा कि एसपी मुखिया अखिलेश यादव ने पीएसपी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की है और शिवपाल यादव ने बड़ी मेहनत से पार्टी बनाई है. उन्होंने कहा कि एसपी ने सिर्फ एक सीट दी है और ये उनके नेता का अपमान है. उन्होंने कहा कि एसपी के किसी होर्डिंग में उनके नेता की फोटो नहीं लगाई जा रही है और हाल ही में करहल आए एसपी मुखिया ने जिले की सभी सीटों के लिए जनता से वोट मांगे, लेकिन शिवपाल यादव के लिए वोट नहीं मांगा. यही नहीं गठबंधन में पीएसपी नेताओं की उपेक्षा की जाती है और पीएसपी नेताओं को एसपी के किसी भी कार्यक्रम की जानकारी नहीं होती है. जबकि दोनों ही दल राज्य में गठबंधन में हैं.
शिवपाल का छलका था दर्द
वहीं प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (पीएसपी) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव का दर्द सोमवार को मीडिया के सामने आया. अपनी विधानसभा सीट जसवंतनगर में एक होटल में सोमवार रात कुछ कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के बाद उन्होंने कहा कि पार्टी का बलिदान दिया था, लेकिन बदले में कुछ नहीं मिला. पार्टी ने चुनाव से पहले 100 उम्मीदवारों की घोषणा की थी और उन्होंने 35 सीटों की लिस्ट अखिलेश यादव को सौंपी थी. उसके बावजूद उन्हें एक ही सीट मिली. शिवपाल ने कहा कि उन्हें कम से कम 50 सीटें मिलनी चाहिए थी और उनके प्रत्याशी चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचते.
करहल में अखिलेश के लिए चुनाव प्रचार करेंगे शिवपाल
फिलहाल शिवपाल सिंह यादव इस समय जसवंतनगर इलाके में चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं और उन्होंने कहा कि जसवंतनगर और मैनपुरी के करहल में उनकी और उनके भतीजे अखिलेश यादव के बीच प्रतिस्पर्धा है. लिहाजा कार्यकर्ता उन्हें ज्यादा से ज्यादा वोटों से जीताएं. ताकि चुनाव के बाद उनकी ताकत का अहसास हो सके. वहीं शिवपाल ने कहा कि वह करहल में अखिलेश यादव के लिए प्रचार करने जाएंगे. गौरतलब है कि शिवपाल सिंह यादव जसवंत नगर सीट पर एसपी के सिंबल पर ही चुनाव लड़ रहे हैं. जबकि वह 35 सीटों की मांग एसपी नेतृत्व से कर रहे थे. इसके साथ ही शिवपाल अपने बेटे अंकुर यादव के लिए भी टिकट मांग रहे थे.