‘‘ऋषि का सद्साहित्य नैतिक शिक्षा प्रदान करता है”: उमानंद शर्मा

- गायत्री ज्ञान मंदिर का ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत में 384वाँ युगऋषि ऋषि वाङ्मय की स्थापना
लखनऊ। गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत ‘‘अम्बालिका इंस्टीटियूट ऑफ हॉयर स्टडीज, मौरावां रोड, मोहनलालगंज लखनऊ‘‘ के केन्द्रीय पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 79 खण्डों का 384वाँ ऋषि वांड़मय की स्थापना कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। उपरोक्त साहित्य गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट गायत्री मंदिर इन्दिरा नगर लखनऊ के सक्रीय कार्यकर्ता एम.के. निरंजन ने अपने पूज्य ससुर स्व. शांति स्वरूप निरंजन स्मृति में तथा छात्र-छात्राओं एवं संकाय सदस्यों को अखण्ड ज्योति पत्रिका भेंट की।
इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा कि ‘‘ऋषि का सद्साहित्य नैतिक शिक्षा प्रदान करता है।’’ इस अवसर पर संस्थान के निदेशक डॉ. आशुतोष द्विवेदी विचार रखे। इस अवसर पर उमानंद शर्मा, एम.के. निरंजन, संस्थान के चेयरमैन एवं सी.ई.ओ. अम्बिका मिश्रा, निदेशक डॉ. आशुतोष द्विवेदी, डीन आर. एस. मिश्रा, सहायक निदेशक प्रशासन डॉ. एस.के.एस. तोमर, सहायक निदेशक अभिषेक मिश्रा सहित छात्र-छात्रायें, संकाय सदस्य मौजूद थे।