नगर पंचायत का ऑफिस बना समाजवादी पार्टी का कार्यालय, कार्यकर्ताओं ने आचार सहिंता की उड़ाई धज्जियां
उत्तर प्रदेश चुनाव की डेट घोषित हो जाने के बाद निर्वाचन आयोग की तरफ से आदर्श आचार संहिता लगा दी गई थी. जिसका पालन करना सभी राजनैतिक दलों का कर्तव्य है. इस दौरान किसी भी सरकारी कार्यालय में राजनैतिक दल के द्वारा कोई भी कार्य नहीं किया जा सकता, लेकिन आज जनपद में एक अलग तरह की तस्वीर निकल कर सामने आया है जिसमें नगर पंचायत सैदपुर जो सरकारी विभाग में शुमार है इस कार्यालय में नगर पंचायत अध्यक्ष शीला सोनकर के पति शशि सोनकर और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रत्याशी अंकित भारती के साथ ही उनके दर्जनों समर्थक जो सर पर लाल टोपी और गले में समाजवादी गमछा लगाए हुए हैं और इस कार्यालय के अंदर और बाहर कार्यकर्ताओं और नेताओं को मिठाई खिलाने और नाश्ता कराने का दौर चल रहा है. जो कहीं ना कहीं निर्वाचन आयोग के नियमों का खुला उल्लंघन है.
जानकारों की बात माने तो समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अंकित भारती अपने समर्थकों के साथ जन संपर्क करने के पश्चात समाजवादी पार्टी के नेता शशि सोनकर के साथ सीधे कार्यालय पहुंचे. वहां पर नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए नाश्ता पानी का दौर चला जो तस्वीरों में देखा जा सकता है. वहीं दीवार पर उत्तर प्रदेश सरकार का लोगों के साथ ही महापुरुषों की तस्वीर भी लगी हुई है.
आरोपियों पर की जाएगी कार्ऱवाई
इस पूरे मामले पर जिला निर्वाचन अधिकारी और जिला अधिकारी मंगला प्रसाद से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जनपद में लगातार आचार संहिता की धज्जियां उड़ाने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. वही सैदपुर नगर पंचायत के अंदर लोगों की भीड़ और जलपान के चल रहे दौर का वीडियो उन्हें प्राप्त हुआ है और जांच उपरांत एआरओ के द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया है.
टिकट पाने की कोशिश में लगे थे शशि सोनकर
नगर पंचायत अध्यक्ष शशि सोनकर पहली बार अंसारी बंधुओं की पार्टी कौमी एकता दल से नगर पंचायत अध्यक्ष बने थे. उसके पश्चात दूसरे राउंड में महिला सीट होने की वजह से उनकी पत्नी शीला सोनकर बसपा से नगर पंचायत अध्यक्ष बनी है. वहीं कुछ महीने पहले शशि सोनकर समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर विधानसभा प्रत्याशी बनने की जुगत में लगाए हुए थे ,लेकिन अंतिम समय में अंकित भारती प्रत्याशी बनाए गए.
अंकित भारती जिला पंचायत का चुनाव करण्डा द्वितीय से निर्दल प्रत्याशी के तौर पर शुरू किया,और क्षेत्र की जनता ने उन्हें चुनाव जीता कर जिला पंचायत भेजा. इसके कुछ दिन बाद ही उन्होंने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की और फिर लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय सचिव बन गए. अंकित भारती के पिता श्रम विभाग में पीसीएस अधिकारी रहे हैं. पिछले दिनों उन्होंने बीआरएस लेकर अपने पुत्र को राजनीति के मैदान में उतारा है.