1500 रुपये उधार वापस मांगे, नहीं मिलने पर कर दी हत्या

लखनऊ पुलिस ने आकाश मर्डर केस के तीन आरोपी हत्यारो को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने जब इनसे पूछताछ कि तो आरोपी ने बताया कि कुछ दिन पहले उसने आकाश के दोस्त ऋषभ को 1500 रुपये उधर दिए थे। जिसके लिए उसने शनिवार के दिन ऋषभ को फोन करके उधर पैसे वापस मांगे। जिसपर उन लोगो ने पैसे वापस देने से मना कर दिया और फिर ऋषभ और आकाश ने गाली भी दी। जिसपर उसने अपने मौसेरे भाई मनमोहन के साथ मिलकर आकाश की हत्या कर दी।
क्यों हुई आकाश की हत्या
गोमतीनगर पुलिस ने मंगलवार के दिन इंटर के छात्र आकाश की हत्या के मामले में कार्यवाही करते हुए दो आरोपियों सहित तीन को गिरफ्तार किया है। हत्या में इस्तेमाल २ चाकू और अभय की कार को बरामद कर लिया गया है। मुख्य आरोपी अभय एलएलबी का छात्र है उसने बताया कि उसने ऋषभ को 1500 रुपये उधर दिए थे जिसे वापस मांगने पर ऋषभ और आकाश ने उस गाली दी। जिससे गुस्साए अभय ने इस वारदात को अंजाम दिया।
एडीसीपी पूर्वी अली अब्बास ने बताया कि आकाश हत्याकांड में नामजद आरोपी लखीमपुर खीरी थाना का निवासी हैं, एलएलबी छात्र अभय, उसके छोटे भाई मयंक प्रताप सिंह और उसके मौसी के लड़के कोतवाली सदर निवासी मनमोहन सिंह को मंगलवार देर रात गोमतीनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया।
पुलिस ने तीनो आरोपियों को उस समय गिरफ्तार किया जब अभय अपने भाई व साथी के साथ अपना किराये का मकान खाली कराने के लिए आया था। मुख्य आरोप के अलावा उसका भाई मनमोहन लखीमपुर खीरी से बीए कर रहा है व मयंक 12वी का छात्र है। पुलिस पूछताछ में अभय ने बताया कि उसने कुछ दिन पहले आकाश के साथी ऋषभ को 1000 नहीं बल्कि 1500 रुपये उधार दिए थे। जसके लिए उसने शनिवार की रात ऋषभ को फोन कर पैसे वापस मांगे जिसपर पहले ऋषभ ने फिर आकाश ने गाली दी थी। जिसके बाद उसने अपने मौसेरे भाई के साथ मिलकर हत्या कर दी।
हत्या करने के बाद नेपाल गया फिर वापस आया
पूछताछ में अभय ने बताया कि हत्या के दिन शनिवार को रात 11 बजे वह लखीमपुर में अपने घर पर था। उसने घर से ऋषभ को फोन किया था फिर फोन पर गालीगलौज होने पर उसने मनमोहन को बुलाया और छोटे भाई मयंक को लखनऊ साथ चलने के लिए कहा। मयंक के मना करने पर उसनेउसे डांट कर लखनऊ चलने के लिए तैयार किया। मयंक कार चलाकर अभय और मनमोहन के साथ लखनऊ पहुंचा। पार्टी वाली जगह पर पहुंचकर अभय और मनमोहन ने आकाश पर चाकुओं 17 वार कर गोद डाला और फिर वहाँ से वापस लखीमपुर खीरी चले गए।
पुलिस ने जब नामजद अभय और मनमोहन की तलाश में घर पर दबिश दी तो वो नेपाल भाग गए। मंगलवार के दिन बड़ी जुगौली करने के बाद, ने इन सभी को गिरफ्तार कर लिया। उस समय ये लोग पास के किराये का मकान खाली करा रहे थे। अभय ने बताया 1500 रुपये उधार दिए और फिर वापस मांगने पर गाली मिली। ऐसे में अगर हत्या कर दी तो कुछ गलत नहीं किया। अभय ने बताया कि असली दुश्मन तो ऋषभ है जब तक उससे बदला नहीं ले लूंगा चैन से नहीं बैठूंगा।