उच्च शिक्षण संस्थान परम्परागत खेलों को दें बढ़ावा : आनंदीबेन पटेल

- राज्यपाल ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ ऑनलाइन समीक्षा बैठक की
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन स्थित प्रज्ञा कक्ष में प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति एवं उनके सहयोगियों के साथ विभिन्न मुद्दों पर ऑनलाइन समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने मुख्य रूप से उच्च शिक्षण संस्थानों में परम्परागत खेलों को बढ़ावा देने, भारतीय संस्कृति को दर्शाने वाले संगीत, कला और रंगमंचीय कार्यक्रमों को विस्तार देने, संस्थानों तथा छात्रावासों की स्वच्छता सुनिश्चित करने सहित अन्य प्रशासनिक विषयों पर भी चर्चा की।
राज्यपाल ने बैठक में परम्परागत खेलों को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय अपने प्रत्येक विद्यार्थी को उसकी रुचि के अनुसार इन प्रतियोगिताओं में शामिल होने का अवसर देें। इसके लिए शिक्षक विद्यार्थियों को खेलों की जानकारी दें। ये खेल महाविद्यालय स्तर पर, फिर विश्वविद्यालय स्तर तदोपरांत मण्डल तथा राज्य स्तर पर आयोजित किए जाएं। राज्यपाल ने परम्परागत खेल प्रतियोगिता को विश्वविद्यालयों द्वारा अंतर्राज्यीय भी आयोजित करने का सुझाव दिया।
इसी क्रम में बैठक में राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों को पौराणिक भारतीय वाद्य यंत्रों, भारतीय संगीत और रंगमंचीय प्रस्तुतियों पर आधारित आयोजनों को बढ़ावा देने को कहा। उन्होंने कहा विश्वविद्यालयों में भारतीय कला, संगीत और खेल प्रतियोगिताओं को बढ़ावा दिया जाए। समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों से “खेलो इण्डिया” में प्रतिभाग करने वाले विजयी प्रतिभागियों को राजभवन में आंमत्रित करके सम्मानित किया जाएगा।
सांस्कृतिक आयोजनों पर चर्चा के क्रम में राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश के सभी उच्च शिक्षा संस्थानों में 15 अगस्त तथा 26 जनवरी जैसे राष्ट्रीय पर्वों पर आवश्यक रूप से ध्वजारोहण कर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि इन राष्ट्रीय पर्वों के दूसरे दिन अभियान चलाकर विश्वविद्यालय परिसरों की सफाई की जाए, जिसमें संस्थान के शिक्षकों, शिक्षणेतर अधिकारी एवं कर्मचारियों तथा विद्यार्थियों की सहभागिता कराई जाए।
बैठक में राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों में होने वाली भर्ती को निष्पक्ष और पारदर्शी करने के सख्त निर्देश दिए। इसके साथ ही विश्वविद्यालयों को उत्तर पुस्तिकाओं के पृष्ठ घटाकर और विद्युत मीटर को उपभोग करने वाले अधिकारी अथवा कर्मचारी के नाम से कराकर अनावश्यक व्यय भार को कम करने के निर्देश भी दिए। इस अवसर पर बैठक में अपर मुख्य सचिव राज्यपाल महेश कुमार गुप्ता, समस्त विश्वविद्यालयों के कुलपति, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।