भीड़ के सिर चढ़कर बोला अखिलेश का जादू
- इस बार ऐसा लग रहा है कि जनता लड़ रही चुनाव: अखिलेश
सुल्तानपुर। सपा की जनसभा तो शहर से दूर थी, लेकिन भीड़ भरपूर थी। वह भी ऐसे समय में जब जिले में एक तरफ शहर में ओवैसी थे वहीं दूसरी तरफ अमहट हवाई पट्टी पर अखिलेश यादव। बावजूद इसके अखिलेश की सभा में भीड़ भी आई और अखिलेश का जादू भीड़ के सिर चढ़कर बोला।
उधर ओवैसी अपनी सभा में सपा को कोस रहे थे और मुस्लिम लीडरशिप खड़ी करने की जहां वकालत कर रहे थे वहीं अखिलेश यादव लोकतंत्र एवं संविधान बचाने के लिए सभा में आई भीड़ से साथ मांग रहे थे। सपा सुप्रीमो ने कहा कि यह यूपी को खुशियों की तरफ ले जाने का चुनाव है, इसलिए आपकी मदद चाहिए।
सपा प्रत्याशियों के पक्ष में आयोजित जनसभा में भारी भीड़ देख गदगद अखिलेश ने कहा कि इस बार ऐसा लग रहा है कि जनता चुनाव लड़ रही है। जनता में ही इस बात का मुकाबला है कि वे हर चरण में पहले से ज्यादा अंतर से हराएंगे। बीजेपी के बड़े-बड़े नेताओं को होश नहीं है कि जनता के बीच भाजपा के खिलाफ 440 वोल्ट का करंट दौड़ रहा है। हमने तीन सौ यूनिट फ्री यूनिट का वादा किया तो उनकी बत्ती गुल हो गई। काका (काला कानून) गए बाबा (योगी) भी जाएंगे।
उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि भाजपा के नेता कह रहे हैं कि गर्मी निकाल देंगे। जनता ने इतना वोट दिया कि वह ठंडे पड़ गए। आगे के चरण में भी इतना वोट मिलेगा कि भाजपा के लोग शून्य हो जाएंगे। जबसे जनता ने चुनाव में भाजपा की खटिया खड़ी की तबसे इनके नेताओं के बयान भी घटिया आने लगे हैं। उन्होंने कहा कि सुल्तानपुर से आगे आजमगढ़, बलिया, बनारस की तरफ बढ़ रहे चरण में भाजपा के बूथ पर जनता नही भूत दिखाई देंगे।
उन्होंने कहा कि किसानों की आय दुगनी का वादा करने वाली सरकार धान खरीद नहीं की। समय से खाद नहीं दी। बोरी में चोरी हो गई। यह वही नेता है जो चप्पल वालों को हवाई जहाज से सफर कराने का वादा किए और हवाई जहाज ही बेच दिए।किसान कानून का ज़िक्र करते हुए कहा कि यह लागू होता तो हमारे किसानों की जमीन छिन जाती। इस काले कानून की वापसी के लिए किसान पूरे देश में आंदोलन कर रहे थे। सात सौ से ज्यादा लोग मर गए, लेकिन सरकार ने वापस नहीं लिया।
समाजवादी रथ जैसे गाजीपुर से लखनऊ की तरफ बढ़ा तो डर के मारे काले कानून वापस ले लिए। उन्होंने कोरोना काल में मदद करने वाली समाजवादी एंबुलेंस को कबाड़ा करने का आरोप लगाया। सरकार बनने पर एंबुलेंस बढ़ाएंगे और चालकों की मदद करेंगे। साथ ही भगवान परशुराम की जयंती पर फिर अवकाश घोषित करने, बजट देकर संस्कृति पढ़ाने वाले गुरुओं का सम्मान करने की बात भी कही।
बीएड, बीपीएड वालों संग, अनुदेशकों एवं शिक्षा मित्रों को भी साधा
बीएड टेट वालों की हम मदद करेंगे। कोरोना की वजह से जिन नौजवानों की उम्र निकल गई है सपा सरकार बनने पर उनकी उम्र में छूट देंगे। 69 हजार वालों के साथ अन्याय हुआ है। यह लड़े लेकिन सरकार इनकी मदद नहीं की इनकी भी मदद होगी। अनुदेशकों को नियमित का काम करेंगे। यूपी सरकार में 11 लाख पद खाली है सरकार बनने पर इन पदों को भरेंगे। बीपीएड वालों को हम नौकरी देना चाहते थे। समाजवादी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट तक मदद की, लेकिन भाजपा सरकार ने नौकरी नहीं दी। शिक्षामित्रों का मानदेय बढ़ाया, लेकिन 2017 में गुमराह हो गए। इस सरकार ने उनका सब कुछ छीन लिया। कई लोगों की जानें चली गई। सरकार आने पर उनका भी सम्मान होगा।
मोदी, योगी पर कसा तंज
अखिलेश बोले कि बाबा का काम है नाम बदलना, रंग बदलना, दूसरों के काम को अपना बताना। अब अंग्रेजी के एक अखबार ने उनका ही नाम ही बदलकर बाबा बुलडोजर कर दिया। बाबा बुलडोजर ने गर्मी निकालने की बात कही थी। अब जनता उनका भाप निकाल देगी। छात्रों को लैपटॉप इसलिए नही दिया गया क्योंकि बाबा जी चलाना नही जानते। अभी उन्होंने एक तस्वीर पोस्ट की थी जिसमें वे पूर्व एवं जनता पश्चिम देख रही है। आज के जमाने में यह सब भी नही आएगा तो प्रदेश की तरक्की कैसे होगी।यह समाजवादियों की ही सोच रही है, जहां ऐसी सड़क बनाई जिस पर प्रधानमंत्री हवाई जहाज उतार सके। वे मुख्यमंत्री रहते गुजरात में ऐसी सड़क नहीं बना पाए।