
राष्ट्रीय राजधानी के जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार शाम को दो समूहों के बीच हिंसक झड़प हो गई, जिसमें कई लोग और पुलिसकर्मी घायल हो गए। उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार को हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा पर पथराव के बाद हिंसा भड़क गई, जिसमें कई लोग घायल हो गए। घायलों में पांच-छह पुलिसकर्मी और दो सिविलियन हैं। कुछ वाहनों में आग लगा दी गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
घटना कुशल सिनेमा के पास शाम लगभग 5.30 बजे हुई। अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के शेष सभी 14 पुलिस जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए तकनीकी स्तर पर निगरानी भी की जा रही है। सूत्रों के अनुसार हिंसा की जांच स्पेशल सेल करेगी। इस बीच क्राइम ब्रांच ने आरोपियों की धर-पकड़ तेज कर दी है। आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है।
दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी देते हुए कहा कि स्थिति नियंतण्रमें है और जहांगीरपुरी तथा अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘यह एक पारंपरिक जुलूस था और पुलिस कर्मी सुरक्षा में तैनात थे। हालांकि, कुशल सिनेमा हॉल के पास जुलूस पहुंचते ही दो समुदायों के बीच झड़प हो गई।’’ उन्होंने बताया कि हिंसा को रोकने की कोशिश में मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी घायल हो गए।
सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिंसा के बाद पुलिस आयुक्त और विशेष आयुक्त (कानून व्यवस्था) से बात की तथा सभी आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। दिल्ली पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों को भी जुलूस के दौरान हुई हिंसा से अवगत कराया। सूत्रों ने कहा कि गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को आवश्यक निर्देश दिया है और स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए है।
कपिल मिश्रा और भाजपा की दिल्ली की इकाई के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर सहित पार्टी के कुछ नेताओं ने आरोप लगाया कि यह क्षेत्र में रहने वाले अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों की करतूत है। भाजपा के सांसद मनोज तिवारी ने दावा किया कि यह ‘‘एक बड़ी साजिश का हिस्सा है जिसकी तुरंत जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।’’
घटना के एक कथित वीडियो में कई लोगों को जुलूस के दौरान पथराव करते देखा गया। कुछ को सड़क पर तलवारें लहराते हुए देखा गया जबकि अन्य गालियां दे रहे थे और इस दौरान पुलिस वाहन का सायरन भी बज रहा था। पीटीआई स्वतंत्र रूप से इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं कर पाया है। उल्लेखनीय है सीएए के समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसा के बाद उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 24 फरवरी 2020 को सांप्रदायिक झड़पों में 53 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 700 लोग घायल हुए थे।
यूपी में हाई अलर्ट
दिल्ली के जहांगीरपुरी में शनिवार को हनुमान जयंती की शोभायात्रा में पथराव के बाद भड़की हिंसा के मद्देनजर यूपी में भी हाई अलर्ट जारी कर सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि पूरे प्रदेश में सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने-अपने क्षेत्र में पूरी सतर्कता बरतें और लगातार भ्रमणशील रहें। किसी प्रकार की घटना न होने दें।
वरिष्ठ अधिकारियों को क्षेत्र में बने रहने और कानून-व्यवस्था की स्थिति की बारीकी से निगरानी करने तथा गश्त करने के लिए कहा गया है। नागरिकों से अनुरोध है कि वे सोशल मीडिया पर अफवाहों और फर्जी खबरों पर ध्यान न दें।
-राकेश अस्थाना, पुलिस आयुक्त
दिल्ली के जहांगीरपुरी में शोभायात्रा में पथराव की घटना बेहद निंदनीय है। जो भी दोषी हों, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। सभी से अपील है, एक-दूसरे का हाथ पकड़कर शांति बनाए रखें। मैंने उपराज्यपाल से बात की है, उन्होंने आासन दिया कि शांति सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
-अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री