दिल्ली में रविवार को कोरोना वायरस के 3194 नए केस सामने आए हैं. राजधानी में पॉडिटिविटी रेट 4.59 प्रतिशत पहुंच गया है. वहीं 1156 मरीज ठीक होकर घर लौटे हैं. दिल्ली में अभी कुल 8397 एक्टिव केस हैं. राजधानी में अब तक 14,20,615 मरीजों ने कोरोना का मात दी है. दिल्ली में कल कोरोना वायरस के 2,716 केस सामने आए थे.
वहीं दिल्ली में रविवार को एक व्यक्ति की कोरोना के कारण मौत हुई है. राजधानी में पिछले 24 घंटे में 69,650 कोरोन टेस्ट किए गए हैं. वहीं अभी कुल 4759 मरीज होम आइसोलेशन में हैं. दिल्ली में 307 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं. दिल्ली में रविवार को शनिवार के मुकाबले 17 प्रतिशत अधिक संक्रमित पाए गए हैं.
Delhi reports 3,194 fresh COVID cases (positivity rate 4.59%) and 1,156 recoveries in the last 24 hours
Active cases: 8,397
Total recoveries: 14,20,615The national capital recorded 2,716 infections yesterday pic.twitter.com/CiF9QH8TtK
— ANI (@ANI) January 2, 2022
वहीं दिल्ली में कोरोना और उसके नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि दिल्ली में कोविड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है. कोरोना बहुत माइल्ड है. हालात से निपटने के लिए युद्धस्तर पर तैयारियां की जा रही हैं. सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना बहुत तेजी से बढ़ रहा है. कोरोना के मामले रोज छलांगें मार रहे हैं, लेकिन मैं आज आपके सामने डेटा लेकर आया हूं ये दिखाने के लिए कि केसे तो बढ़ रहे हैं लेकिन चिंता की बात नहीं है, पैनिक होने की कोई बात नहीं है. सबको जिम्मेदारी से काम लेना है.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पहले हम देखते हैं कि कोरोना के केसेज किस तरह से बढ़ रहे हैं. 29 दिसंबर 923 के आए थे, 30 दिसंबर को 1313 केस, 31 दिसंबर को 1796 केस, 1 जनवरी को 2796 केस, एक दिन में हजार केस बढ़ गए हैं. दिल्ली में इस समय 6360 एक्टिव केस हैं. 3 दिन पहले 2191 थे. यानि मोटा मोटा माने लगभग 3 गुना एक्टिव केस बढ़ गए हैं.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि 29 दिसंबर को कोरोना के टोटल 262 बैड भरे हुए थे, लेकिन 2 जनवरी को 247 बैड भरे थे. इसका मतलब ये हुआ कि जो लोग कोरोना से बीमार हो रहे हैं, उन्होंने लगभग अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड रही है, सब लोग माइल्ड कोरोना से संक्रमित हैं, यानि छोटा-मोटा, खांसी बुखार है. उन्होने कहा कि कोई भी पेशेंट ऐसा नहीं आ रहा जिसे ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही हो.