कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच चुनाव आयोग ने आज उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के तारीखों की घोषणा कर दी है. उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव कराने का फैसला किया गया है. उत्तर प्रदेश में 10,14,20,23,27 फरवरी के बाद 3 और 7 मार्च को मतदान किया जाएगा. पंजाब में एक ही चरण में चुनाव कराने का फैसला किया गया है. पंजाब में 14 फरवरी को मतदान होगा. इसी तरह उत्तराखंड में भी एक चरण में चुनाव होगा. यहां पर भी 14 फरवरी को ही मतदान कराए जाएंगे. गोवा में एक चरण में चुनाव होगा. गोवा में 14 फरवरी को मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे. जबकि मणिपुर में दो चुरणों में मतदान कराने का फैसला किया गया है. मणिपुर में 27 फरवरी और 3 मार्च को मतदान होंगे. सभी राज्यों में 10 मार्च को मतगणना की जाएगी.
आइए जानते है मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा के प्रेस कॉन्फ्रेंस की खास बातें :-
1- मुख्य चुनाव आयोग ने बताया कि 5 राज्यों की 690 सीटों पर चुनाव कराया जाना है. इस बार के चुनावों में 5 राज्यों में कुल 18.34 करोड़ मतदाता अपने मताधिकारी का प्रयोग करेंगे. यूपी में 29 फीसदी नए मतदाता जोड़े गए हैं.
2- कोरोना महामारी को देखते हुए मतदान को काफी सुरक्षित बनाने की कोशिश हुई है. इस बार सभी पोलिंग बूथ पर मास्क, सैनेटाइजर और थर्मल स्कैनर की व्यवस्था होगी. इस बार के चुनाव में 2 लाख 15 हजार से ज्यादा पोलिंग बूथ बनाए गए हैं.
3- कोरोना महामारी को देखते हुए हर बूथ पर केवल 1250 वोटर ही होंगे. 80 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों, कोरोना संक्रमितों और दिव्यांगों के लिए पोस्टल बैलेट का इस्तेमाल किया जाएगा.
4- कोरोना के खतरे को देखते हुए सभी उम्मीदवार ऑनलाइन नामांकन करेंगे. ऐप के जरिए सभी पार्टी के उम्मीदवारों की जानकारी मिल सकेगी. वहीं 1629 मतदान केंद्रों पर सिर्फ महिला कर्मचारियों को लगाया गया है.
5- दागी प्रत्याशियों कि पृष्ठभूमि राजनीतिक दलों को अपनी वेबसाइट में बताना होगा और उनके लंबित मामले और उनको चुनने का कारण भी सभी दलों को बताना होगा. एप के जरिए किसी भी चुनावी गड़बड़ी की शिकायत की जा सकती है.
6- यूपी में चुनावी खर्च 40 लाख तय किया गया है जबकि मणिपुर और गोवा में 28 लाख तय किया गया है . पंजाब और उत्तराखंड के लिए भी 40 लाख खर्च की सीमा तय की गई है.
7- राजनीतिक दल, अधिकारी और आम लोगों से कोरोना नियमों का पालन करने को कहा गया है. चुनाव आयुक्त ने बताया कि राजनीतिक दलों को सुझाव है कि वह अपना कैंपेन डिजिटल करें.
8- चुनाव आयोग ने साफ किया है कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए किसी भी तरह के रोड शो को इजाजत नहीं दी गई है. इसके साथ ही पद यात्रा, साइकिल यात्रा पर भी नहीं की जा सकेगी. इस दौरान कोई फिजिकली रैली नहीं की जा सकेगी.