प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वन ओशन शिखर सम्मेलन में बोलते हुए कहा, भारत की हमेशा से एक विशाल और गहरी सभ्यता रही है. भारत ने फ्रांस की पहल पर राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र से अलग जैव विविधता पर एक उच्च महत्वाकांक्षा गठबंधन समर्थन किया है. उन्होंने कहा हमें उम्मीद है कि भारत सरकार इस साल कानूनी रूप से इस अंतरराष्ट्रीय संधि को पूरा कर लेगी. पीएम मोदी ने कहा भारत सिंगल यूज प्लास्टिक को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है. मैंने अपनी नौसेना को समुद्र से प्लास्टिक कचरे को साफ करने के लिए इस साल 100 दिन दिए हैं. भारत को सिंगल यूज प्लास्टिक पर वैश्विक पहल शुरू करने में फ्रांस के साथ शामिल होने में खुशी होगी.
बता दें कि इस शिखर सम्मेलन के उच्चस्तरीय सत्र को जर्मनी, यूनाइटेड किंगडम, दक्षिण कोरिया, जापान और कनाडा सहित कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष व शासनाध्यक्ष संबोधित करेंगे. वन ओशन शिखर सम्मेलन का आयोजन फ्रांस द्वारा संयुक्त राष्ट्र और विश्व बैंक के सहयोग से फ्रांस के ब्रेस्ट में 9-11 फरवरी के दौरान किया जा रहा है. इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्वस्थ एवं समावेशी समुद्री इकोसिस्टम के संरक्षण और समर्थन की दिशा में ठोस कार्रवाई करने के लिए प्रेरित करना है.
India has always been a maritime civilisation. India supports the French initiative of a high ambition coalition on biodiversity beyond national jurisdiction. We hope for a legally binding international treaty this year: PM Narendra Modi's remarks at One Ocean Summit pic.twitter.com/H8KFuQT633
— ANI (@ANI) February 11, 2022
वन ओशन शिखर सम्मेलन (9-11 फरवरी 2022) को फ्रांस के उत्तर-पश्चिम स्थित ब्रिटनी (Brittany) के ब्रेस्ट में आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य एक स्वस्थ और टिकाऊ महासागर को संरक्षित करने और समर्थन करने की दिशा में ठोस कार्रवाई करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट करना है. महासागर की रक्षा करने और इसके गिरते स्वास्थ्य को सुधारने के लिए यह शिखर सम्मेलन पहली बड़ी अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के साथ आगे बढ़ने का अवसर है.
समुद्र के प्रति साझा जिम्मेदारी के स्तर को बढ़ावा देने की कोशिश
वन ओशन शिखर सम्मेलन को संयुक्त राष्ट्र के समर्थन के साथ यूरोपीय संघ की परिषद के फ्रांसीसी प्रेसीडेंसी के संदर्भ में आयोजित किया गया. वन ओशन शिखर सम्मेलन का लक्ष्य समुद्री मुद्दों पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की महत्वाकांक्षा के सामूहिक स्तर को बढ़ाना और समुद्र के प्रति हमारी साझा जिम्मेदारी को मूर्त प्रतिबद्धताओं में अनुवाद करना है. आईओसी-यूनेस्को (IOC-UNESCO) शिखर सम्मेलन के लिए वैज्ञानिक कार्यक्रम का समन्वय करने के लिए फ्रांस सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है.