अबू धाबी। भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को ‘प्रगति में साझेदार’ बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि दोनों देशों के बीच रिश्ते दुनिया के लिए आदर्श हैं और वे 21वीं सदी के तीसरे दशक में नया इतिहास रच रहे हैं।
मोदी ने कहा, ‘‘हमारी साझेदारी सभी क्षेत्रों में मजबूत हो रही है और नयी ऊंचाइयों पर पहुंच रही है। भारत की कामना है कि हमारी साझेदारी हर दिन मजबूत होती रहे।’’ प्रधानमंत्री ने अबू धाबी के जायद स्पोर्ट्स स्टेडियम में ‘मोदी मोदी’ के नारों के बीच ‘अहलन मोदी’ कार्यक्रम में शामिल हुए भारतवंशी लोगों का अभिवादन ‘नमस्कार’ कहकर किया। उन्होंने कहा कि वह भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में इस स्नेह से अभिभूत हैं।
मोदी ने कहा, ‘‘भारत और यूएई प्रगति में साझेदार हैं। हमारे संबंध प्रतिभा, नवाचार और संस्कृति के हैं।’’ दोनों देशों के बीच प्राचीन सामुदायिक और सांस्कृतिक संबंधों को रेखांकित करते हुए मोदी ने अरबी में भी कुछ पंक्तियां बोली और बाद में उनका अनुवाद करते हुए कहा कि भारत और यूएई दोनों किस तरह ‘वक्त की कलम’ के साथ ‘दुनिया की किताब’ में बेहतर भविष्य की पटकथा लिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से अनेक अरबी शब्द भारत में आमतौर पर बोले जाते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘समुदाय और संस्कृति के संदर्भ में, भारत और यूएई की उपलब्धियां दुनिया के लिए अनुकरणीय मॉडल के रूप में काम करती हैं।’’ मोदी ने भारतीय समुदाय के लोगों से कहा कि भारत को उन पर गर्व है और यह दोनों देशों की दोस्ती की जयकार का समय है।
मोदी ने कहा, ‘‘आपने यहां इतनी बड़ी संख्या में आकर इतिहास रच दिया है। आप यूएई के विभिन्न हिस्सों और भारत के विभिन्न राज्यों से आये हो सकते हैं, लेकिन सभी के दिल जुड़े हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह भारत और यूएई के बीच मित्रता की जयकार का समय है। इस ऐतिहासिक स्टेडियम में हर धड़कन की एक ही भावना है-भारत-यूएई की मित्रता जिंदाबाद।’’ कार्यक्रम की शुरुआत दोनों देशों के राष्ट्रगान के साथ हुई।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज की स्मृतियां मेरे साथ हमेशा रहेंगी क्योंकि मैं यहां मेरे परिवार के सदस्यों से मिलने आया हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं 140 करोड़ से अधिक भारतीयों से, आपके भाइयों और बहनों से यह संदेश लेकर यहां आया हूं कि भारत को आप पर गर्व है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इतनी बड़ी संख्या में यहां आकर आपने इतिहास रचा है। आप यूएई के अलग-अलग हिस्सों और भारत के अलग-अलग राज्यों से आए होंगे, लेकिन सभी के दिल जुड़े हुए हैं। यह समय भारत और यूएई की दोस्ती की सराहना करने का है। इस ऐतिहासिक स्टेडियम में हर धड़कन से एक ही भावना गूंजती है- भारत-यूएई दोस्ती जिंदाबाद।’’
कार्यक्रम की शुरुआत दोनों देशों के राष्ट्रगान के साथ हुई। जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी ने ओपन-एयर स्टेडियम में प्रवेश किया, प्रवासी भारतीय सदस्यों ने ‘हर हर मोदी, घर-घर मोदी’, ‘वी लव मोदी’’ ‘भारत माता की जय’, और ‘जय श्री राम’ के उद्घोष के साथ उनका स्वागत किया।
मोदी ने 2015 की अपनी पहली यूएई यात्रा को याद करते हुए कहा कि उस समय वह केंद्र सरकार में नए थे और यह तीन दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यूएई यात्रा थी। उन्होंने, ‘‘तब से दस वर्षों में यह यूएई की मेरी सातवीं यात्रा है।’’ मोदी ने कहा, ‘‘मैं आपमें से प्रत्येक का अत्यंत आभारी हूं।’’
मोदी ने कहा कि वह सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें यूएई के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ जायद’ से सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने कहा, ‘‘यह केवल मेरा नहीं बल्कि 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि यूएई अब भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापार साझेदार और सातवां सबसे बड़ा निवेशक है।
उन्होंने कहा, ‘‘दोनों देश जीवन सुगमता और व्यापार सुगमता पर साझेदारी कर रहे हैं।’’ मोदी ने कहा, ‘‘आज हर भारतीय का उद्देश्य भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाना है। हमारा भारत मजबूत आर्थिक वृद्धि देख रहा है और हमारा भारत अनेक मोर्चों पर वैश्विक विमर्श की अगुवाई कर रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हर भारतीय की क्षमता में मेरे विश्वास के कारण मैंने गारंटी दी है कि मेरे तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा और मोदी की गारंटी का मतलब गारंटी पूरी करने की गारंटी।’’ कथक से लेकर गरबा तक, राजस्थानी लोक नृत्य से लेकर हरियाणवी नृत्य और वंदे मातरम की शास्त्रीय प्रस्तुति तक, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मोदी ने अपने भाषण के बाद खुली गाड़ी में स्टेडियम का चक्कर लगाया और उनकी ओर उत्साह से हाथ हिला रहे लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। मोदी संयुक्त अरब अमीरात की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। वह बुधवार को यहां सबसे बड़े हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे।