नई दिल्ली। कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ने मणिपुर में चुनाव जीतने के लिए ‘कुकी चरमपंथियों’ के साथ समझौता किया था। पार्टी नेता अजय कुमार ने कहा कि इस मामले की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जांच होनी चाहिए और इस समझौते को करने वाले असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के नेता राम माधव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए।
भाजपा या माधव की तरफ से फिलहाल इस आरोप पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। उन्होंने दावा किया कि ‘यूकेएलएफ’ नामक चरमपंथी संगठन द्वारा गृह मंत्री अमित शाह को कथित तौर पर लिखे गए पत्र से खुलासा हुआ है कि शर्मा और माधव ने उसके साथ समझौता किया था जिसके तहत इस समूह ने 2017 और 2019 के विधानसभा चुनावों और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का समर्थन किया था।
कांग्रेस ने इस पत्र की एक प्रति भी जारी की है। अजय कुमार ने कहा, ‘‘हमारा सवाल है कि राम माधव और हिमंत विश्व शर्मा ने यूनाइटेड कुकी लिब्रेशन फ्रंट (यूकेएलएफ) के साथ क्या समझौता किया? इसकी एनआईए जांच होनी चाहिए।’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या राज्य सरकार द्वारा चरमपंथी संगठनों को साजिशन हथियार मुहैया करवाए गए थे? क्या भाजपा ने देशविरोधी ताकतों के साथ चुनाव जीतने के लिए समझौता किया है?’’ कुमार ने कहा कि इस मामले की विस्तृत जांच होनी चाहिए।