सीबीएसई बोर्ड में बेटियों का दबदबा, राजधानी की बेटियों ने बढ़ाया मान
लखनऊ। काफी इंतजार के बाद शुक्रवार को केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 10वीं व 12वीं के नतीजे जारी कर दिए हैं। परीक्षा परिणामों में विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी रानी लक्ष्मीबाई मेमोरियल स्कूल के मेधावियों ने सफलता का परचम लहराकर विद्यालय व राजधानी का मान देश भर में बढ़ाया है। 12वीं में बेटियों का दबदबा रहा।
विद्यालय के संस्थापक जयपाल सिंह व टीचर्स ने मेधावियों को माला पहनाकर व मुंह मीठा कराकर उन्हें बधाई दी। इस दौरान मेधावियों ने भी टीचर्स के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। विद्यालय के संस्थापक प्रबंधक जयपाल सिंह ने सभी मेधावियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने इसे स्टूडेंट्स व टीचर्स की मेहनत का परिणाम बताया।
12वीं की परीक्षा में विद्यालय के 1614 स्टूडेंस शामिल हुए थे। जिसमें 132 मेधावियों ने 95% से अधिक और 253 मेधावियों ने 90% से अधिक अंक हासिल कर सफलता का परचम लहराया। सर्वोदय नगर शाखा की छात्रा श्रेया व सेक्टर-“14” विकास नगर शाखा की छात्रा खुशी तिवारी ने 98.4 प्रतिशत अंक हासिल कर विद्यालय में टॉप किया। वहीं सेक्टर-“14” विकास नगर शाखा की छात्रा दिव्या त्रिपाठी व साक्षी अवस्थी ने 98 प्रतिशत अंकों के साथ विद्यालय में दूसरा स्थान हासिल किया।
आईएएस व इंजीनियर बनना चाहते हैं मेधावी
विद्यालय के मेधावियों ने सफलता का श्रेय माता पिता व टीचर्स को दिया। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार की दिक्कत आने पर टीचर्स ने पूरा सहयोग किया। उनका मानना है कि बिना तनाव मन लगाकर पढ़ाई करने से सफलता अवश्य मिलती है।
98.4 प्रतिशत अंक हासिल करने वाली आरएलबी सर्वोदय नगर शाखा की छात्रा श्रेया की तमन्ना इंजीनियर बनकर देश सेवा करने की है। श्रेया के पिता बृजपाल खादी ग्रामोद्योग विभाग से सेवानिवृत्त है और माँ मालती देवी गृहणी हैं। श्रेया कहती है कि कई बार स्कूल से घर जाने के बाद थकान महसूस हुई लेकिन शिडयूल बनाकर नियमित पढ़ाई की।
98.4 प्रतिशत अंक हासिल करने वाली आरएलबी सेक्टर-“14” विकासनगर शाखा की छात्र खुशी तिवारी आईएएस अधिकारी बनकर देश की सेवा करना चाहती है। खुशी के पिता कमलेश तिवारी बिजनेस मैन है और माँ पूनम तिवारी गृहणी हैं। खुशी कहती है कि उन्होंने शिडयूल बनाकर प्रतिदिन 5 से 6 घंटे पढ़ाई की।
98 प्रतिशत अंक हासिल करने वाली आरएलबी सेक्टर-“14” विकासनगर शाखा की छात्रा दिव्या त्रिपाठी भी प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यों से प्रभावित होकर आईएएस अधिकारी बनकर देश की सेवा करना चाहती है। दिव्या के पिता हेमचंद्र त्रिपाठी निजी कर्मचारी है और माँ चन्द्रकला त्रिपाठी गृहणी हैं।
98 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले आरएलबी सेक्टर-“14” विकासनगर शाखा की छात्रा साक्षी अवस्थी बीटेक करना चाहती है। साक्षी के पिता कमल किशोर एलआईसी में वरिष्ठ एडवाइजर है और माँ वसुधा अवस्थी गृहणी हैं।