पं. शिव कुमार शर्मा के साथ तानपुरा बजाने का मिला था मौका : अर्चना राज
- प्रसिद्ध संतूर वादक पं. शिव कुमार शर्मा 1995 में आए थे लखनऊ
- कलाकार तरूण राज-अर्चना राज की जोड़ी ने उनके साथ बिताए पल की साझा की यादें
लखनऊ। जम्मू-कश्मीर के लोक वाद्य संतूर को जनमानस में पहचान दिलाने वाले प्रसिद्ध संगीतकार पं. शिव कुमार शर्मा का मंगलवार को मुम्बई में निधन हो गया। उनके निधन से पूरे संगीत जगत शोकाकुल है तो वहीं लखनऊ के संगीतज्ञ भी दु:खी हैं। एक निजी संस्था के बुलावे पर संगीतकार पं. शिव कुमार शर्मा सन् 1995 में लखनऊ आए थे। उस समय उनके कार्यक्रम की एंकरिंग करने वाले तरूण राज, जो वर्तमान में उप्र संगीत नाटक अकादमी में सचिव के पद पर है, बताया कि यहां लखनऊ में गन्ना संस्थान प्रेक्षागृह में कार्यक्रम हुआ था।
कार्यक्रम आयोजित कराने की जिम्मेदारी हमारे ऊपर ही थी। तब उस समय प्रसिद्ध तबला वादक जाकिर हुसैन, फिल्म अभिनेत्री और नृत्यांगना हेमामलिनी व प्रसिद्ध संतूर वादक पं. शिव कुमार शर्मा को कार्यक्रम के आमंत्रित किया गया था। तरूण राज ने बताया कि हमने उस कार्यक्रम की एंकरिंग की थी। इसके अलावा बनारस में उप्र संस्कृति विभाग की ओर से आयोतित हुए गंगा महोत्सव में भी पं.शिव कुमार आए थे, वहां पर भी हमने एंकरिंग की थी। तरूण राज बताते हैं कि उनके साथ अच्छा अनुभव रहा। बहुत बड़ा व्यक्तित्व उनका था।
शहर की लोकप्रिय व प्रसिद्ध गायिका अर्चना राज बताती है कि जब 1995 में पं. शिव कुमार शर्मा लखनऊ आए थे तो कार्यक्रम में हमे भी प्रसि़द्ध संतूर वादक के साथ मंच पर तानपुरे से संगत करने का मौका मिला था। उनका व्यक्तित्व देखते ही रह गए। हमे देखकर उन्होने पूछा था कि तानपुरी बजा लोगी। उस कार्यक्रम में मौका पाने की बारे में अर्चना बताती है कि उस समय हम भातखण्डे संगीत महाविद्यालय में शास़्त्रीय गायन की स्टूडेंट थे।
प. शिव कुमार शर्मा के साथ तानपुरा बजाने का हमार बड़ा मन हुआ। फिर मैने तरूण से सम्पर्क किया, जो कार्यक्रम आयोजित करा रहे थे। उन्होंने मेरी सहायता की और इस तरह से मेरा वो सपना पूरा हो गया। अर्चना राज बताती है कि आज उनके निधन पर वो सारी यादें ताजा हो गई। बहुत अफसोस हो रहा है और विश्वास ही नहीं हो रहा है कि पं. शिव कुमार शर्मा अब नहीं है। अभी गुजारे गए पल की वो तस्वीरें देख रही हूं।