डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने अब कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेत्रो का वीज़ा रद्द करने का फैसला लिया, सामने आई ये वजह

वॉशिंगटन: अमेरिका और कोलंबिया के बीच तनाव उस समय और बढ़ गया, जब अमेरिकी विदेश विभाग ने घोषणा की कि वह लैटिन अमेरिकी देश कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेत्रो का वीज़ा रद्द कर रहा है। यह फैसला न्यूयॉर्क में हुए एक प्रदर्शन के बाद लिया गया, जिसमें पेत्रो ने अमेरिकी सैनिकों से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश को न मानने की अपील की थी। विदेश विभाग ने सोशल मीडिया पर कहा, “हम पेत्रो का वीज़ा उनके लापरवाह और भड़काऊ कृत्यों के कारण रद्द करेंगे।”
संयुक्त राष्ट्र महासभा के वार्षिक अधिवेशन में भाग लेने आए थे पेत्रो
पेत्रो संयुक्त राष्ट्र महासभा के वार्षिक अधिवेशन में भाग लेने के लिए आए थे। शुक्रवार को गाज़ा युद्ध के खिलाफ पास में आयोजित एक प्रदर्शन के दौरान उन्होंने कहा, “मैं अमेरिका की सेना के सभी सैनिकों से कहता हूं, अपनी बंदूकें मानवता पर न तानो” और ट्रंप के आदेशों की अवज्ञा करो।” यह स्पष्ट नहीं है कि इस फैसले के चलते पेत्रो को अमेरिका से अपेक्षित समय से पहले लौटना पड़ा या नहीं। विदेश विभाग ने यह भी स्पष्ट नहीं किया कि वीज़ा रद्द होने से उनकी भविष्य की यात्राओं पर असर पड़ेगा या नहीं।
ओरेगॉन के पोर्टलैंड शहर में सेना भेजेंगे डोनाल्ड ट्रंप
वहीं दूसरी ओर ट्रंप अब ओरेगॉन के पोर्टलैंड शहर में सेना भेजेंगे, तथा ‘‘घरेलू आतंकवादियों’’ से निपटने में जरूरत पड़ने पर इसके इस्तेमाल की अनुमति देंगे। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि वह रक्षा विभाग को निर्देश दे रहे हैं कि वह ‘‘युद्धग्रस्त पोर्टलैंड की रक्षा के लिए आवश्यकतानुसार सैनिक उपलब्ध कराए।’’
ट्रंप ने कहा कि यह निर्णय अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन संस्थानों की सुरक्षा के लिए आवश्यक था, जिसे उन्होंने ‘‘एंटीफा और अन्य घरेलू आतंकवादियों के निशाने पर’’ बताया। रूढ़िवादी कार्यकर्ता चार्ली किर्क की हत्या के बाद से, राष्ट्रपति ट्रंप ने ‘रैडिकल लेफ्ट’’ का सामना करने के अपने प्रयासों को तेज कर दिया है, जिसे वे देश की राजनीतिक हिंसा की समस्याओं के लिए जिम्मेदार मानते हैं।





