उत्तर प्रदेशलखनऊ

टेंट विवाद ने पकड़ा तूल, पुलिस ने कराया समझौता

कश्यप निषाद समाज के लोगों में आपस में बना चर्चा का विषय

लखनऊ। राजधानी में निषादराज गुह्य और महर्षि कश्यप की जयंती बड़ी धूम-धाम से मनायी गई। तो वहीं बालागंज स्थित निषादराज चौराहे पर कार्यक्रम में टेंट लगाने केलिए आपसी विवाद हो गया। हालांकि मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले कों समझा-बुझा कर शांत कराया।

शनिवार को निषादराज गुह्य और महर्षि कश्यप की जयंती राजधानी समेत प्रदेश में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा था। तो वहीं एकलव्य समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रशेखर निषाद ,भाजपा सहयोगी दल व भारतीय जलवंशी महासभा के महामंत्री इंद्रप्रकाश उर्फ इंदू व जितेंद्र कश्यप समेत पदाधिकारियों बीच टेंट लगाने को लेकर विवाद हो गया। मामला बिगड़े ही वहां पहुंची पुलिस ने विवाद को किसी तरह शांत कराया।

एकलव्य समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रशेखर निषाद व अवधेश कश्यप नगर अध्यक्ष,रामू निषाद ने बताया कि वह प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी निषादराज गुह्य और महर्षि कश्यप की जयंती बालागंज चैराहे निषादराज मूर्ति पर माल्यार्पण करने के बाद सामने टेंट लगाकर भगवान श्रीराम सखा निषादराज गुह्य और महर्षि कश्यप पर चर्चाएं करते है। जोकि कभी विवाद नहीं होता था। लेकिन इस बार भारतीय जलवंशी महासभा के पदाधिकारियों ने अभद्र व्यवहार से उनका कार्यक्रम पूरी तरह बाधित रहा। इस विवाद से उनकी पार्टी के पदाधिकारी और अतिथिगण मंच छोड़कर चले गए। भारतीय जलवंशी महासभा के महामंत्री इंद्रप्रकाश उर्फ इंदू व जितेंद्र कश्यप का कहना था कि उन्होंने कार्यक्रम की प्रशसन से परमीशन लिया था। इस लिए बालांगंज चौराहे के आसपास कोई टेंट नहीं लगाने दिया जोयेगा।

राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रशेखर निषाद द्वारा निषादराज की मूर्ति पर माल्यार्पण कर कहा, निषाद-कश्यप समाज का इतिहास बड़ा ही समृद्ध और गौरवान्वित रहा है। जहां एक ओर निषादराज गुह्य निषादों के राजा थे और उनकी प्रभु श्रीराम से घनिष्ठ मित्रता थी, दूसरी ओर महर्षि कश्यप सृष्टिकर्ता कहे जाते हैं। महर्षि कश्यप ब्रहमाजी के मानस पुत्र मरीचि के पुत्र थे कश्यप ऋषि की पत्नी अदिति के गर्भ से 12 अदित्यों जन्म हुआ। जिसमें भगवान का वामन अवतार प्रमुख है। कश्मीर का नाम भी कश्यप ऋषि के नाम से पड़ा। साथ ही साथ समाज के उत्थान हेतु निषाद-कश्यप समाज को अनुसूचित जाति में सम्मिलित कराने पर बल दिया गया।

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कश्यप स्वाभिमान चेतना समिति के अध्यक्ष ने कहा बड़े खेद के साथ कहना पड़ रहा है कि इस परम पावन पुनीत अवसर एकता की श्रृंखला 5 अप्रैल अपने समाज के आराध्यों की जयंती अवसर पर लखनऊ की गौरव शाली लोक प्रिय भारतीय जलवंशी महासभा के संभ्रांत शिक्षाविद जितेंद्र  कश्यप उच्च कोटि के न्यायविद इन्दु प्रकाश कश्यप का ऐतिहासिक आचरण रहा जिन्होंने बगल के पंडाल को लेकर एक विवाद पैदा कर दिया। जिसका सभी भीड़ तमाशा देखती रही सुरक्षाकर्मी हस्तक्षेप करते रहे कैसी विडंबना है,हम एकता का संदेश दे रहे हैं और हमारे ही पुरोधा हमारे मार्गदर्शक आपस में पंडाल को लगा लेकर विवाद और संघर्ष करते नजर आए इसको क्या कहा जाए, कि हम एकता का संदेश देते हैं और खुद आपस में मनमुटाव रखते हैं एकलव्य समाज पार्टी और जलवंशी पार्टी में सभी बिरादरी ही है कोई अन्य समाज तो नहीं है फिर यह विवाद क्यों ।

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अवधेश कुमार,एकलव्य समाज पार्टी, नगर अध्यक्ष ने बताया कि कार्यक्रम में टेंट लगना दूसरे पक्ष को नागवरा गुजरा, जोकि टेंट को हटवाने को आमादा हो गए पार्टी के पदाधिकारियों से भिड़ने लगे और पुलिस को बुला लिया। जल वंशी समिति के पदाधिकारी कार्यक्रम परमीशन दिखाते हुए कहा एकलव्य समाज पार्टी का टेंट उनके बगल में नहीं लग सकता इसे यहां से तुरंत हटा दें। बालागंज चौराहे पर कार्यक्रम नहीं कर सकते है। उन्होंने कहा इस तरह के घमंड़ी लोग जो समाज को अपना नहीं मानते और यदि शासन में बैठा जाएं तो समाज को कुचल देतें है। समाज का कभी विकास नहीं करेंगे। जब आज शुभावसर पर जहां समाज एकजुट होने के लिए एक दूसरे को दुहाई देता एक होने की कसमें खाता है। वहीं पर आपसी मनमुटाव कर पुलिस बुला लिया।

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