ट्रेनों में NO Room, बसें फुल, आसमान पहुंचा फ्लाइट का किराया, दिवाली को लेकर सभी ट्रांसपोर्ट का बढ़ा दो से तीन गुना किराया

अयोध्या। दिवाली का त्योहार नजदीक आते ही परिवहन व्यवस्था चरमरा गई है। ट्रेनों में कन्फर्म टिकटों की भारी किल्लत, सरकारी बसों में जगह की तंगी और निजी बसों तथा फ्लाइट्स के किरायों में बेतहाशा उछाल ने यात्रियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। हाल यह है कि मौके का फायदा उठाते हुए निजी बस व एयरलाइंस कंपनियों ने किराए में दो से तीन गुना का इजाफा कर दिया है।
निजी बस कंपनियों की वेबसाइट्स के अनुसार दिल्ली से अयोध्या तक एसी बसों का किराया सामान्य दिनों में 1200 से 1400 के बीच रहता है। जबकि 18 से 28 अक्टूबर तक यह किराया बढ़कर 2600 से 4500 के बीच पहुंच गया है। किराया बढ़ने के बाद भी निजी बसों में सीट के लिए मारामारी है। इसी तरह दिल्ली से वाराणसी का किराया करीब 5700, प्रयागराज व गोरखपुर का किराया 7000 पार कर चुका है। उप्र परिवहन निगम की एसी बसों में किराया 1100 से 1200 के आसपास है, इनमें इजाफा नहीं हुआ है। लेकिन करीब सभी एसी बसों में नो रूम की स्थिति आ गई है। यात्रियों का कहना है कि अब तो साधारण सेवा की बसों का ही सहारा है।
अयोध्या परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक विमल राजन ने बताया कि पर्वों पर यात्रियों की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए दिल्ली से पूर्वी उत्तर प्रदेश के यात्रियों के लिए लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, अयोध्या, कानपुर सहित प्रमुख मार्गों पर अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी। सभी डिपो की शत-प्रतिशत बसों को ऑनलोड रखने के निर्देश दिए गए हैं। चालकों, परिचालकों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें आर्थिक प्रोत्साहन योजना के तहत इनाम भी दिया जाएगा।
यूपी, बिहार के रूट पर 30 से 40 प्रतिशत यात्री बढ़े, अधिकतर ट्रेनों में नो-रूम
रेल अधिकारियों के अनुसार दशहरा से छठ पूजा तक पूर्वांचल, बिहार और उत्तर भारत के रूट पर यात्रियों की संख्या में 30-40 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। जम्मू, पंजाब व हरियाण से अयोध्या होकर बिहार के रास्ते बंगाल जाने वाली जम्मू तवी एक्सप्रेस में 18 से 29 अक्टूबर तक नो-रूम की स्थिति है। किसान एक्सप्रेस, जलियावाला बाग, सरयू यमुना एक्सप्रेस में भी यही हाल है। दिल्ली से अयोध्या होकर जाने वाली मरूधर, कैफियात, दिल्ली-अयोध्या कैंट ट्रेनों में भी सीटें फुल चल रही है। गुजरात से अयोध्या होकर वाराणसी जाने वाली साबरमती एक्सप्रेस का भी हाल बुरा है।
हालांकि रेलवे ने गोरखपुर, सुल्तानपुर मार्ग पर कई स्पेशल ट्रेनों का ऐलान किया है, इसमें भी सीटें फुल हो चुकी है। बताया जाता है कि पंजाब, हरियाणा, गुजरात, दिल्ली समेत अन्य प्रदेशों में काम करने वाले यूपी व बिहार के लाखों कर्मी व मजदूर परिवार समेत दीपावली व छठ पूजा का पर्व मनाने घर जाते हैं। इसके चलते हर वर्ष आने जाने की किल्लत रहती है। सीनियर डीसीएम कुलदीप तिवारी ने बताया कि यात्रियों को सलाह दी है कि वह ””राउंड ट्रिप पैकेज फॉर फेस्टिवल रश”” स्कीम का लाभ उठाएं, जिसमें रिटर्न जर्नी पर 20 प्रतिशत छूट मिल रही है। यह स्कीम 26 अक्टूबर तक वैलिड है।
दिल्ली से अयोध्या हवाई जहाज का किराया 12 हजार पार
दिल्ली से हवाई जहाज से अयोध्या का किराया 12 हजार के पार हो गया है। आम दिनों में यह किराया तीन से चार हजार के बीच रहता है। वहीं, मुंबई से अयोध्या के किराए में भी तीन गुना से ज्यादा की वृद्धि हुई है। आम दिनों में पांच से छह हजार के बीच रहने वाला किराया दीपावली के तीन दिन पहले 15 हजार को पार कर गया है। निजी एयरलाइंस कंपनियों की फ्लाइट पर बुकिंग फुल है। इतने महंगे किराए ने कई परिवारों के प्लान बिगाड़ दिए हैं। एयरपोर्ट डायरेक्टर विनोद कुमार के मुताबिक किराया तय करने का कार्य एयरलाइंस कंपनियां करती हैं।
यात्री बोले, घर पहुंचना मुश्किल
विक्रमजोत बस्ती निवासी भानु प्रकाश पांडेय का छोटा भाई चंडीगढ़ में काम करता है। उसे परिवार समेत घर आना है। वह कई दिनों से अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन पर टिकट के लिए लाइन में लग रहे हैं। बताया कि टिकट नहीं मिल पा रहा है। दो दिन से तत्काल टिकट के लिए लाइन में लग रहे हैं लेकिन नंबर आने तक सीटें फुल हो जा रही है। अयोध्या निवासी लालजी वर्मा बताते हैं कि उनका बेटा पुणे में नौकरी करता है, दीपावली पर घर आना है लेकिन ट्रेन में जगह नहीं मिल रही है। जबकि फ्लाइट का किराया इतना महंगा हो गया है कि उसे वहन करना बस में नहीं है। वहीं, दिल्ली में काम कर रहे अयोध्या निवासी शुभम ने बताया कि वह शेयरिंग कार की तलाश कर रहे हैं लेकिन दिल्ली-एनसीआर में यूपी-बिहार कम्युनिटी ग्रुप्स पर कार शेयरिंग के रेट बढ़ गए हैं।





