महिला प्रधान ने अपनी ग्राम पंचायत पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
खंड विकास कार्यालय के गेट पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठीं ग्राम प्रधान

मलिहाबाद, लखनऊ। भ्रष्टाचार को लेकर लगातार सुर्खियों में रहने वाले पंचायती राज विभाग में एक बार फिर सरकारी अमले की कलाईयां खुल चुकी हैं। इस बार शिकायतकर्ता कोई और नहीं बल्कि खुद की महिला ग्राम प्रधान हैं। महिला ग्राम प्रधान ने अपनी ग्राम पंचायत में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर खंड विकास अधिकारी का दरवाजा खटखटाया है। उनका कहना है कि गांवों के विकास कार्यों में भ्रष्टाचार और सरकारी धन में सेंधमारी की जा रही है। जिसमें सचिव की भूमिका अहम है। इसको लेकर ग्राम प्रधान खंड विकास कार्यालय के गेट पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गई है। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से सरकारी धन की रिकवरी करने और सचिव पर सख्त कार्यवाही किए जाने की मांग की है।वहीं खंड विकास अधिकारी ने मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है।
दरअसल मलिहाबाद विकास खंड क्षेत्र के भदेरसमऊ ग्राम प्रधान विजय लक्ष्मी का आरोप है कि गांव के विकास के लिए स्वीकृत धनराशि में सचिव सेंधमारी कर रहा है।मनरेगा से लेकर सचिव तक सरकारी पैसे का दुरूपयोग कर धन गबन कर लिया है।जबकि स्थलीय जांच में स्पष्ट है कि कोई भी पूर्ण नहीं किए गए हैं। आरोप है कि सचिव उनसे रुपयों की मांग करता है।बिना काम कराए नाली, तालाब और सामुदायिक शौचालय का रुपया फर्जी तरीके से निकाला गया है। ग्राम प्रधान का कहना है कि उनकी ग्राम पंचायत में सामुदायिक शौचालय का काम पूर्ण नहीं है।कहा कि गांव के विकास के लिए उन्होंने प्रधान पद का चुनाव लड़ा था ग्रामीणों ने अपना मत देकर उन्हें जिताया था। जिससे गांवों का विकास हो।
बावूजद इसके सचिव की लापरवाही और रुपयों की मांग ने गांवों के विकास पर रोक लगा दी है। ग्राम प्रधान ने बताया कि उन्होंने समाधान दिवस पर भी यह मुद्दा उठाया था।बावजूद इसके गांव की समस्या जस की तस रही।जिसके बाद ग्राम प्रधान खंड विकास कार्यालय के गेट पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गई हैं। जबकि ग्राम प्रधान द्वारा पंचायत को भ्रष्टाचार मुक्त घोषित किया जिसको लेकर ग्राम प्रधान लगातार विकास कार्य को सरकार द्वारा दिए गए बजट को शत प्रतिशत ग्राम के विकास में लगाने की बात से पूरा महकमा हिला हुआ है ।
पूर्व प्रधान द्वारा ग्राम में किए गए भ्रष्टाचार की आवाज़ भी ग्राम प्रधान पिछले चार वर्षों से उठाती चली आ रही है जिसके चलते अलग अलग विभागों को लगभग पचास प्रार्थना पत्र देने के बाद भी विभाग सिर्फ जाँच के नाम पर हीलाहवाली करते नज़र आ रहे है ।
खंड विकास अधिकारी का कहना है कि प्रधान द्वारा विकास कार्यो में सचिव के ऊपर लापरवाही के आरोप लगाये गये है ।जिसके चलते प्रधान से ज्ञापन ले कर संबंधित अधिकारियो को भेजा जाएगा ।