
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस वर्ष भी परंपरा निभाते हुए वीर जवानों संग दीपोत्सव मनाया। इस बार उन्होंने गोवा व कर्णाटक के करवार तट पर तैनात आईएनएस विक्रांत का चयन किया। यहां सैनिकों को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि थल, वायु एवं नौसेना के एकजुट प्रयासों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान को सरेंडर करने पर विवश कर दिया।
नौसेना के बहादुरों से मुखातिब होते हुए उन्होंने जोर देकर कहा, “जो स्वयं की ताकत पर युद्ध लड़ने का हौसला रखता है, उसका तराजू सदैव भारी रहता है।” उन्होंने आगे बताया, “ऑपरेशन सिंदूर में तीनों अंगों की संयुक्त कार्रवाई ने सिद्ध कर दिया कि हमारी सेना विश्व की सर्वश्रेष्ठ है। इन वीरों ने शत्रु को घुटनों पर झुकाने का कमाल दिखाया। जब शत्रु आमने-सामने हो और युद्ध का खतरा मंडराए, तब भी स्वाभिमान से लड़ने वाले का वर्चस्व हमेशा कायम रहता है।”
पीएम मोदी ने साझा की ये महत्वपूर्ण बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनके सामने विशाल समुद्र है और पीछे मातृभूमि के पराक्रमी योद्धा खड़े हैं। उन्होंने आईएनएस विक्रांत को असीम सामर्थ्य का प्रतीक करार दिया। साथ ही, उल्लेख किया कि सूर्य की किरणों और वीर सैनिकों द्वारा प्रज्ज्वलित दीपों का संयोग इस दीपोत्सव को अनूठी आभा प्रदान कर रहा है। जवानों के देशप्रेम और उत्साह की तारीफ करते हुए उन्होंने बताया कि रात्रि में उन्होंने राष्ट्रभक्ति भजनों की स्वरलहरी सुनी और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के रोमांचक किस्से सुनकर युद्धक्षेत्र के साहसिक क्षणों का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त किया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि विशालकाय युद्धपोत, उन्नत विमान और पनडुब्बियां तो आकर्षक हैं, किंतु वास्तविक शक्ति इन्हें संचालित करने वाले नन्हे-मने बहादुर सिपाहियों में निहित है।
पीएम मोदी ने आगे जोर दिया, “हमारे रक्षा दलों के अदम्य साहस और पराक्रम के बल पर ही हाल के वर्षों में राष्ट्र ने एक महान विजय प्राप्त की है—माओवादी उग्रवाद का पूर्ण उन्मूलन।”
वीर जवानों के समर्पण, कठोर परिश्रम और नन्हर साहस की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि इस अवसर ने उन्हें सैन्य जीवन की चुनौतियों और जीवंत ऊर्जा का गहन अनुभव कराया। उन्होंने इसे अपना सौभाग्य बताया कि वे इस दीपावली को नौसेना के वीर सपूतों के बीच मना रहे हैं।
“हमारी सेनाएं आत्मनिर्भर भारत की दिशा में उन्नति कर रही हैं”
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा उद्देश्य भारत को वैश्विक रक्षा निर्यातक देशों की शीर्ष सूची में स्थापित करना है। पिछले एक दशक में हमारी सेनाएं आत्मनिर्भरता के पथ पर तेजी से अग्रसर हो रही हैं। उन्होंने बताया कि सेनाओं ने हजारों ऐसी वस्तुओं की सूची तैयार की है, जिन्हें अब विदेश से आयात नहीं किया जाएगा।
पीएम मोदी ने आगे कहा, “भारतीय नौसेना के सृजित भय, वायुसेना के चमत्कारिक करतब, थलसेना की जाबाजी और तीनों सेनाओं के अटूट तालमेल ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान को तत्काल घुटनों पर ला पटका।”