
बेंगलुरु: प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान के लिए पहुंची भीड़ में भगदड़ मचने से 30 श्रद्धालुओं की मौत की हो गई. मरने वालों में 4 कर्नाटक के लोग भी शामिल हैं. इस भगदड़ में करीब 60 लोग घायल बताए जा रहे हैं. प्रयागराज में मंगलवार रात हुई भगदड़ में कर्नाटक के बेलगावी में एक महिला और उसकी बेटी समेत कम से कम चार लोगों की मौत हो गई. मृतकों की पहचान ज्योति हट्टरवाड़ (50) और उनकी बेटी मेघा हट्टरवाड़ (25), अरुण कोरपाड़े और महादेवी बावनूर (51) के रूप में हुई है, जो सभी बेंगलुरु से 500 किलोमीटर उत्तर में बेलगावी के रहने वाले थे. वे 60 सदस्यीय टीम का हिस्सा थे जो दो बसों में प्रयागराज गए थे.
बेलगावी जिले के उपायुक्त मोहम्मद रोशन ने चार लोगों की मौत की पुष्टि की और कहा कि शवों को लाने के लिए एक पुलिस टीम प्रयागराज भेजी जा रही है. ज्योति के पति दीपक ने बताया कि बेलगावी के वडगांव इलाके की रहने वाली ज्योति और मेघा अपने दो दोस्तों के साथ 26 जनवरी की दोपहर को बेलगावी से निकली थीं. उन्होंने कहा कि मां और बेटी दोनों ने मंगलवार रात को वीडियो कॉल के जरिए उनसे बात की थी, इससे कुछ घंटे पहले ही यह हादसा हुआ.
उन्होंने कहा “जब से मुझे भगदड़ की खबर मिली, मैंने उन्हें फोन करने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. बाद में हमें पता चला कि दोनों गंभीर रूप से घायल हैं. लेकिन दोपहर 3 बजे प्रयागराज की यात्रा की व्यवस्था करने वाले चिदंबर पाटिल ने मुझे फोन किया और मेरी पत्नी और बेटी की मौत की सूचना दी.” दीपक के मुताबिक, मेघा अपनी डिग्री पूरी करने के बाद स्टेशनरी की दुकान चला रही थी.
बेलगावी के शेट्टीगल्ली के रहने वाले एक अन्य मृतक अरुण कोपर्डे अपनी पत्नी के साथ प्रयागराज गए थे. रिपोर्ट के अनुसार, अरुण गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई. शिवाजीनगर की महादेवी बावनूर भी बेलगावी की ही रहने वाली हैं, जिन्होंने भगदड़ में अपनी जान गंवा दी. स्थानीय विधायक राजू सैत और अभयकुमार पाटिल ने मृतकों के घर जाकर संवेदना व्यक्त की. पाटिल ने कहा कि शवों को लाने, घायलों को उपचार मुहैया कराने और भगदड़ के बाद लापता हुए लोगों का पता लगाने के लिए सभी इंतजाम किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि बेलगाम से लगभग 5 हजार लोग प्रयागराज गए हैं.