
अमरावती। आंध्र प्रदेश के ऊर्जा मंत्री जी. रवि कुमार ने शुक्रवार को कहा कि हाल ही में आए भीषण चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ के कारण बिजली के करीब 13 हजार खंभे, तीन हजार किलोमीटर कंडक्टर लाइन और तीन हजार ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए। मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने कहा था कि चक्रवाती तूफान के कारण राज्य को कम से कम 5,265 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
कुमार ने कहा कि चक्रवात के दौरान त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए ऊर्जा विभाग ने दो दिन पहले ही कर्मचारियों को तैनात कर दिया था। मंत्री ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘चक्रवात ‘मोंथा’ के दौरान आंध्र प्रदेश में बिजली के बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान पहुंचा है और तटीय जिलों में बिजली के हजारों खंभे तथा ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए हैं।’’
उन्होंने कहा कि विभाग ने लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है और प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए निर्बाध काम किया है। मंत्री ने बताया कि तूफान के भारी क्षति पहुंचने के बावजूद लगभग 1,500 कर्मियों को तैनात किया गया था, जिससे 24 घंटे के भीतर बिजली आपूर्ति बहाल हो सकी। कुमार ने कहा कि कृषि और मत्स्यपालन से जुड़े ‘फीडर’ की बिजली आपूर्ति 48 घंटों के भीतर पूरी तरह बहाल कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सिर्फ तेज हवाएं चलने वाले इलाकों में ही ‘शटडाउन’ लिया गया है।
मंत्री ने कहा कि युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) प्रमुख जगन मोहन रेड्डी के लिए एक बार आपदा के निरीक्षण के दौरान ‘लाल कालीन’ बिछाने (बेहद सुविधाएं देन) का काम किया गया था। अब उन्हें चक्रवातों के बारे में बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। कुमार ने कहा, ‘‘रेड्डी इस बात से परेशान हो सकते हैं कि राज्य की प्रभावी तैयारियों और विभागों के समन्वय के बीच चक्रवात ‘मोंथा’ से बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान नहीं हुआ।’’





