
सुकमा। छत्तीसगढ के सुकमा जिले के गोंदीगुड़ा के जंगलों में गुरुवार को सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक महिला सहित तीन माओवादी मारे गए। मारे गए सभी माओवादी कोंटा-किस्टाराम एरिया कमेटी के सक्रिय सदस्य हैं और इन पर कुल 12 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ के बाद मौके से हथियार, विस्फोटक और नक्सली सामग्री की बड़ी खेप बरामद की है। सुरक्षाबलों की इस कार्रवाई को सुकमा जिले में नक्सल विरोधी अभियान की एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। पुलिस के अनुसार मुठभेड़ में मारे गए दो पुरुष माओवादी एरिया कमेटी सदस्य थे, जिन पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित था, जबकि एक महिला माओवादी एलओएस सदस्य थी, जिस पर दो लाख रुपये का इनाम था।
मारे गए माओवादियों के नाम माड़वी जोगा उर्फ मुन्ना, निवासी जिला नारायणपुर एसीएम कोंटा एरिया कमेटी, सोढ़ी बंडी सिंघनमड़गू निवासी एसीएम किस्टाराम एरिया कमेटी तथा नुप्पों बजनी, निवासी टेकलगुड़ा जगरगुंडा, एलओस सदस्य किस्टाराम एरिया कमेटी है। ये सभी लंबे समय से कोंटा और किस्टाराम क्षेत्र में सक्रिय रहकर कई गंभीर नक्सली घटनाओं में संलिप्त रहे थे।
मुठभेड़ स्थल की तलाशी के दौरान सुरक्षाबलों ने 9 एमएम सर्विस पिस्टल, 12 बोर भरमार बंदूक, बीजीएल सेल, टिफिन बम सहित भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ और नक्सली सामग्री बरामद की है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार गोंदीगुड़ा क्षेत्र में माओवादियों की मौजूदगी की पुख्ता सूचना पर डीआरजी टीम ने तलाश अभियान शुरू किया था, इसी दौरान सुबह से रुक-रुक गोलीबारी हुई और मुठभेड़ शुरू हो गयी।
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पट्टलिंगम ने कहा कि वर्ष 2025 में अब तक सुरक्षा बलों की संयुक्त कार्रवाई में केंद्रीय समिति और शीर्ष कैडर के सदस्यों सहित 255 माओवादी मारे जा चुके हैं, जो माओवादी संगठन की लगातार कमजोर होती स्थिति को दर्शाता है, उन्होंने शेष सक्रिय माओवादियों से हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति का लाभ उठाने की अपील की है।





