‘महाकुंभ सहकारिता का सबसे बड़ा उदाहरण’, अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष की शुरुआत पर CM योगी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर लखनऊ में अपने सरकारी आवास से अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ सहकारिता का सबसे उत्कृष्ट उदाहरण है। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 की शुरुआत करने वाला देश का पहला राज्य है। इसमें कहा गया है कि योगी ने सुलतानपुर में पांच हजार और कोशांबी में 15 हजार मीट्रिक टन के गोदामों के उद्घाटन के साथ अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 की शुरुआत की।
बयान के अनुसार, इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘रन फॉर कॉर्पोरेशन’ मैराथन को भी झंडी दिखाई, जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रयागराज में 26 जनवरी को करीब ढाई से तीन करोड़ लोग पवित्र संगम में डुबकी लगाने पहुंचे हैं। यह पूरा कार्य आपसी सहभागिता के आधार पर चल रहा है और यह सहकारिता का सबसे बड़ा उदाहरण है। भारत के जीन में ही सहकारिता की भावना रची-बसी है।
देश में नई उंचाई पर सहकारिता आंदोलन
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी को गणतंत्र दिवस की बधाई दी और स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल मां भारती के सभी ज्ञात-अज्ञात सपूतों को नमन किया। उन्होंने कहा कि सहकार का ही एक परिवर्तित रूप सहकारिता है। और अगर एक स्वावलंबी भारत का निर्माण करना है, तो सहकारिता को अपने जीवन का हिस्सा बनाना होगा। सीएम ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से सहकारिता आंदोलन देश में नयी ऊंचाई प्राप्त कर रहा है।
देश में पहली बार सहकारिता मंत्रालय का हुआ गठन
पहली बार देश में सहकारिता मंत्रालय का गठन हुआ और उसका नेतृत्व गृहमंत्री अमित शाह को सौंपा गया। सहकारिता आंदोलन पूरे देश में हर किसान, महिला और युवा वर्ग को इस अभियान का हिस्सा बना रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ साल में उत्तर प्रदेश में सहकारिता आंदोलन एक नई दिशा की ओर अग्रसर हुआ है। उन्होंने सहकारिता बैंकों को डिजिटल भुगतान की ओर बढ़ने के लिए भी प्रेरित किया, जिससे किसान और नौजवानों को फायदा मिलेगा।