साहसी और निडर प्रशासक थी इंदिरा गांधी: नौशाद आलम मंसूरी
- शहर कांग्रेस कमेटी, कानपुर उत्तर के बैनरतले पूर्व प्रधानमंत्री की मनाई गई जयंती
कानपुर। शहर कांग्रेस कमेटी कानपुर उत्तर द्वारा देश की पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न इन्दिरा गांधी जयन्ती के पावन अवसर पर चौक टोपी बाजार, मेस्टन रोड स्थित इन्दिरा प्रतिमा स्थल को तिरंगे झंडो व रंग बिरंगे फूलो से भव्य रुप से सजाने के पश्चात शहर कांग्रेस कमेटी कानपुर उत्तर के अध्यक्ष नौशाद आलम मंसूरी द्वारा किये गये माल्यार्पण एवं श्रीमती गांधी को नमन करते हुये जबतक सूरज चांद रहेगा इंदिरा जी का नाम रहेगा के गगन भेदी नारे के मध्य कहा कि इंदिरा गांधी भारत की ऐसी महान शक्तिशाली नेता थी जिनके नेतृत्व का लोहा सारी दुनिया ने माना, दुनिया के 136 देशो ने उनके नेतृत्व को स्वीकार कर ‘‘विश्वनेत्री‘‘ का खिताब दिया था। इन्दिरा गांधी का दूरदृष्टि, पक्का इरादा और अनुशासन का सास्वत सिद्धान्त आज भी देश की सर्वांगीण विकास के लिये प्रासंगिक है।
मंसूरी ने कहा कि इंदिरा गांधी के नेतृत्व की क्षमता थी कि अमेरिका जैसे शक्तिशाली देश के सातवें बेड़े की न सिर्फ धज्जियां उड़ा कर रख दी बल्कि एक लाख पाकिस्तानी फौजों का आत्मसमर्पण करा कर पाकिस्तान को दो टुकड़ों मे बांट दिया था और बांग्लादेश का निर्माण करा कर पाकिस्तान की कमर हमेशा के लिए तोड़ कर रख दी थी।
इंदिरा जी अपने देश को कितना प्यार करती थीं यह बात इसी से समझ में आती है कि उन्होंने देश के लिए खुद का बलिदान दे दिया पर देश की एकता-अखंडता पर आंच नहीं आने दी। कार्यक्रम का संयोजन वार्ड अध्यक्ष नीरज द्विवेदी व आशुतोष शुक्ला ने संयुक्त रूप से किया और सभा संचालन राज कुमार यादव ने किया।
कार्यक्रम मे प्रमुख रूप से पूर्व विधायक संजीव दरियाबादी, शंकर दत्त मिश्र, मदन मोहन शुक्ल, अंकज मिश्रा, दिलीप शुक्ला, अतहर नईम, धवल पाण्डेय, लल्लन अवस्थी, अभिनव तिवारी, जीशान अंसारी, जिआउर्रहमान अंसारी, पी0एल0 बिनोदिया, के0जी0 गुप्ता, त्रिलोकी त्रिवेदी, सन्तोष गुप्ता, शमी इकबाल, इमरान कुरैशी, इम्तियाज रईस, जावेद जमील उस्मानी, संजय बाथम, सुशील तिवारी, अब्दुल तारिक, अमित मिश्रा, रामजी दुबे, रवि बाजपेई, सन्तोष मिश्रा, उमा शंकर तिवारी, अफरोज आलम, अमान अंसारी आदि शामिल थे।