अग्निपथ की बात, युवाओं से विश्वासघात: अजय माकन
लखनऊ। पूर्व केन्द्रीय मंत्री व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन ने कहाकि हम अग्निवीर योजना को तुरंत प्रभाव से वापस लेने की मांग करते हैं। यह युवाओं के साथ विश्वासघात है। प्रधानमंत्री युवाओं की बात क्यों नहीं सुन रहे हैं? वह चुप क्यों है? हम उनसे उनके अहंकार को त्यागने का निवेदन करते हैं। उनके इसी अहंकार ने किसान आंदोलन के दौरान 700 किसानों की जान ली थी। देश हित में, हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा और युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस इतिहास को दोहराया नहीं जाना चाहिए और प्रधानमंत्री द्वारा अपनी गलती मानते हुए इस युवा और राष्ट्रविरोधी योजना को वापस लिया जाए। अजय माकन रविवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे।
श्री माकन ने कहा कि यह तुगलकी सरकार पहले फैसला करती है, और बाद में सोचती है। अग्निपथ योजना के मामले में भी अनेक बदलाव आ चुके हैं, लेकिन भारत के युवा इसे वापिस लेने की मांग कर रहे हैं। आज देश को बचाने की जरूरत है, परंतु यह सरकार पैसे बचाने में लगी है। युवा, पूर्व सैनिक तथा रक्षा विशेषज्ञ, सभी हितधारकों ने मोदी सरकार की इस अग्निपथ योजना को नकार कर दिया है। अनेक सेवारत अधिकारियों ने निजी तौर पर इस संबंध में अपनी चिंता व्यक्त की है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव श्री माकन ने कहा कि देश में निवेश नहीं हो रहा है, उद्योग नहीं लग रहे, अर्थव्यवस्था चौपट हो रही है। लोगों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है। देश के करोड़ों युवा बेरोजगारी झेल रहे हैं, पर सरकार बिल्कुल बेपरवाह है।
मीडिया के एक सवाल के जवाब में कि सरकार का दावा है कि इस योजना से युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार मिलेगा। अब तक हर साल सेना में 50 से 80 हजार सीधे पक्की भर्तियां होती थीं। अग्निपथ में उन्हें खत्म कर दिया गया है। अब आगे से सेना में डायरेक्ट पक्की भर्ती नहीं होगी। पिछले दो साल में जो भर्तियां अधूरा थीं उन्हें भी रद्द कर दिया गया है। उसके बदले हर साल 45 से 50 हजार कॉन्ट्रैक्ट की भर्तियां होंगी। उनमें से एक चौथाई यानी लगभग 12 हजार जवानो को हर साल पक्की नौकरा मिलेगी। अगर यह योजना 15 साल तक चला तो भारतीय सेना में कुल सैनिकों की संख्या 14 लाख से घटकर 6 लाख से भी कम रह जाएगी।
कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार के इस दावे पर कि हमारी सेना पहले से ज्यादा युवा, तकनीकी रूप से सक्षम और मजबूत हो जाएगी। तकनीकी रूप से सक्षम होने के लिए लम्बी ट्रेनिगं की जरूरत होती है। दसवीं पास जवान को सिर्फ चार साल के लिए भर्ती करने से तकनीकी क्षमता नहीं बढ़ेगी। श्री माकन ने आगे कहा कि सरकार झूठा दावा कर रही है कि अग्निवीर योजना को युवाओं का समर्थन है, वो इसके लिए रजिस्ट्रेशन करवाने को तैयार बैठे हैं। जबकि सच्चाई इससे उलट है। बेरोजगारी इस तरह देश में है कि अगर तीन महीने के लिए भी नौकरी निकालें तो भी हजारों अभ्यर्थी आ जायेंगे।