NIA ने CPI माओवादी की गतिविधियों से जुड़े मामले में दाखिल किए 2 आरोपपत्र
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बिहार में सीपीआई माओवादी गतिविधियों से जुड़े मामले में शुक्रवार को दो आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया। एनआईए की जांच के अनुसार, बिहार के कैमूर जिले के रोहित राय सब जोनल कमांडर के पद पर था और अपने क्षेत्र में कैडरों को माओवादी विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित कर रहा था। वह लेवी वसूलने में शामिल था और अपने क्षेत्र में कमजोर युवाओं को सीपीआई (माओवादी) के लिए भर्ती करने की भी कोशिश कर रहा था। उसपर आईपीसी की धारा 120बी, 121ए, आर्म्स एक्ट की धारा 25(1-बी)ए, 25(1-ए), 26 और 35 और धारा 17, 18, 18बी, 20, 38 और 40 के तहत आरोप पत्र दायर किया गया है।
वहीं, बिहार के औरंगाबाद जिले के प्रमोद यादव सीपीआई (माओवादी) का पोलित ब्यूरो सदस्य है और प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन के लिए धन जुटाने के अलावा, उत्तरी बिहार और पूर्वी यूपी में माओवादी आंदोलन को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहा था। इसपर भी आईपीसी की कई धाराओं के तहत आरोप पत्र दायर किया गया है।
मालूम हो कि एनआईए ने दोनों व्यक्तियों को 2 पिस्तौल, जिंदा कारतूस, मगध जोनल संगठन समिति की एक पुस्तिका, सीपीआई (माओवादी) के नाम पर लेवी रसीदें और एक मोबाइल की बरामदगी और जब्ती के बाद गिरफ्तार किया था। गौरतलब है कि एनआईए ने 26 सितंबर 2023 को मामले की जांच शुरू की थी और पाया था कि रोहित राय ने प्रमोद यादव और अन्य के साथ मिलकर 8 जून 2023 को माही गांव, औरंगाबाद में एक बैठक की थी।
वहीं, जांच से पता चला कि धन जुटाने के अलावा, आरोपी सीपीआई (माओवादी) के उच्च स्तर के नेताओं के साथ विभिन्न व्यक्तियों की बैठकें आयोजित करने में भी शामिल थे। वे प्रतिबंधित संगठन की विचारधारा के प्रचार-प्रसार में भी सक्रिय रूप से शामिल थे। दोनों के पिछले आपराधिक रिकॉर्ड और बिहार के कैमूर और औरंगाबाद जिलों में उनके नाम पर एफआईआर भी थीं। फिलहाल, मामले में आगे की जांच जारी है।