प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की सुरक्षा में हुई चूक के कारण गृह मंत्रालय की टीम बठिंडा के SSP से पूछताछ कर रही है। गृह मंत्रालय की तरफ से एसएसपी को कारण बताओ नोटिस भेजा गया था। अगर किसी फ्लाईओवर पर पीएम मोदी का काफिला 15-20 मिनट तक रुक जाए, तो यह न केवल चिंता की बात है, बल्कि गंभीर लापरवाही का प्रदर्शन है. पांच जनवरी को यही हुआ था.
पीएम मोदी को पंजाब दौरे पर फिरोजपुर जाना था. कार्यक्रम पहले से तय था. वहां उन्हें एक कार्यक्रम को संबोधित करना था मगर जब काफिला रुक गया तो उन्हें लौटना पड़ा. जानकार इसे सुरक्षा में भारी चूक मान रहे हैं और यह है भी. अगर यह चूक प्रशासन के स्तर पर हुई है तो ऐसे लापरवाह अधिकारियों के लिए सेवा में कोई जगह नहीं होनी चाहिए और अगर इसके पीछे कोई सियासत है, तो इससे घृणित कुछ भी नहीं हो सकता.
पंजाब में 100 से अधिक लोगों पर FIR दर्ज
वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम मोदी का काफिला रोके जाने के मामले में पंजाब में 100 से अधिक लोगों पर FIR दर्ज की गई है। उधर, केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति ने राज्य के पुलिस प्रमुख एस चट्टोपाध्याय सहित एक दर्जन से अधिक वरिष्ठ अधिकारियों को फिरोजपुर में तलब किया है।
फिरोजपुर में इन अधिकारियों को किया गया तलब समाचार एजेंसी एएनआई को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति ने राज्य के पुलिस प्रमुख एस चट्टोपाध्याय सहित एक दर्जन से अधिक वरिष्ठ अधिकारियों को फिरोजपुर में तलब किया है. जिन अधिकारियों को तलब किया है, उनमें डीजीपी एस चट्टोपाध्याय के अलावा अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) जी नागेश्वर राव, एडीजीपी जितेंद्र जैन, पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) पटियाला मुखविंदर सिंह चिन्ना, फिरोजपुर उप महानिरीक्षक इंद्रबीर सिंह, फरीदकोट के डीआईजी सुरजीत सिंह का नाम शामिल हैं. इनके अलावा फिरोजपुर के उपायुक्त दविंदर सिंह, फिरोजपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) हरमनदीप हंस, मोगा के एसएसपी चरणजीत सिंह सोहल, कोटकपूरा के ड्यूटी मजिस्ट्रेट वरिंदर सिंह, लुधियाना के संयुक्त आयुक्त अंकुर महेंद्रू, बठिंडा के उपायुक्त एएसपी संधू, बठिंडा के एसएसपी अजय मलूजा और फिरोजपुर वीवीआईपी नियंत्रण कक्ष प्रभारी का नाम भी शामिल है.
सुधीर कुमार सक्सेना करेंगे तीन सदस्यीय समिति का नेतृत्व पंजाब के फिरोजपुर दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के चलते केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया था. यह पीएम की सुरक्षा में हुई चूक की जांच करेगी. तीन सदस्यीय समिति का नेतृत्व सुधीर कुमार सक्सेना, सचिव (सुरक्षा), कैबिनेट सचिवालय करेंगे और इसमें बलबीर सिंह, संयुक्त निदेशक, आईबी और एस सुरेश, आईजी, एसपीजी शामिल होंगे. ये समिति जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपेगी.
पीएम का काफिला 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर फंसा रहा पांच जनवरी को पीएम मोदी फिरोजपुर पहुंचकर 42,750 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखने वाले थे. इसके लिए उन्हें सड़क के रास्ते से राष्ट्रीय शहीद स्मारक ले जाया जा रहा था क्योंकि खराब मौसम के कारण हेलिकॉप्टर से जाना संभव नहीं था. मगर कार्यक्रम स्थल से कुछ दूरी पर किसानों ने प्रदर्शन करते हुए सड़क को ब्लॉक कर लिया, जिसके चलते प्रधानमंत्री का काफिला 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर ही फंसा रहा. सड़क खाली नहीं होने की स्थिति में उन्हें अपनी रैली रद्द कर वापस लौटना पड़ा.