दिल्ली के बवाना की जेजे कॉलोनी में शुक्रवार को एक बड़ा हादसा हो गया. यहां एक एक पुरानी इमारत का एक हिस्सा गिरने से कई लोग मलबे में दब गए. दिल्ली पुलिस के मुताबिक मलबे में से 4 लोगों के शव बरामद किए गए है. जबकि फंसे अन्य लोगों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है. पुलिस के मुताबिक दो महिलाओं को मलबे से बाहर निकाला गया है और उन्हें अस्पताल भेज दिया गया है. अभी भी कई लोगों के फंसे होने की आशंका है.
दमकल विभाग के अधिकारियों को घटना की सूचना दोपहर 2.48 बजे मिली, जिसके बाद दमकल की तीन से चार गाड़ियां मौके पर पहुंची. पुलिस को सूचना मिली थी कि दिल्ली जल बोर्ड के पास की इमारत ढह गई है और चार से पांच लोग मलबे में दब गए हैं. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि ढही हुई इमारत राजीव रतन आवास का हिस्सा है जिसमें करीब 300 से 400 फ्लैट हैं. उन्होंने बताया कि तीन जेसीबी, एक हाइड्रा मशीन और दो एंबुलेंस की मदद से मौके पर बचाव कार्य शुरू कर दिया गया था.
मलबे से निकाली गयी दोनों महिलाएं खतरे से बाहर
मलबे से चार लोगों के शव बरामद किए गए हैं. एक अधिकारी ने बताया कि दो महिलाओं – फातिमा और शहनाज़ – को मलबे से बाहर निकाला गया और एमवी अस्पताल पूठ खुर्द भेजा गया है. दोनों बवाना की जेजे कॉलोनी की रहने वाली हैं. वहीं कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है. राहत एवं बचाव अभियान जारी है. पुलिस ने बताया कि मलबे से निकाली गयी दोनों महिलाएं खतरे से बाहर हैं.
इससे एक दिन पहले ही दिल्ली से सटे गुरुग्राम (Gurugram) में गुरुवार शाम को किन्टेल्स पाराडिसो हाउसिंग कॉम्प्लेक्स (Chintels Paradiso housing complex) में बड़ा हादसा हो गया. यहां छठी मंजिल के अपार्टमेंट के लिविंग रूम का फर्श सबसे पहले नीचे गिरा औऱ इसके बाद उसके नीचे की छतें और फर्शी सीधे नीचे गिर गए. जानकारी के अनुसार 6वीं मंजिल पर एक फ्लैट में रेनोवेशन का काम चल रहा था. इस दौरान ड्राइंग रुम का फ्लोर भरभरा कर नीचे गिर गया. इसके बाद छठी मंजिल से नीचे ग्राउंड फ्लोर तक के सभी फ्लैट्स की छत और फ्लौर क्षतिग्रस्त हो गए. स्थानीय निवासियों ने बताया कि टावर डी का एक हिस्सा ढह गया.